चुनाव के समय में भी किसानों को नहीं मिल रहा गन्ना सप्लाई टिकट, मचा हाहाकार

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कुशीनगर। जिले की सर्वाधिक गन्ना क्रस करने वाली हाटा तहसील क्षेत्र मे स्थापित दी नयू सुगर वर्क लि० की सप्लाई टिकट वयवस्था गन्ना समितियो की है। लेकिन इन समितियों द्वारा सही तौर किसानों को सप्लाई टिकट नहीं दिया जा रहा है।
आज भी प्रदेश शासन के पारदर्शिता के वावजूद जिले में गन्ना माफियाओं को सप्लाई टिकट पर्याप्त मिल रहा है। इस समस्या को लेकर कुछ किसान पूर्व केंद्रीय मंत्री आर पी एन सिंह के निवास पर मिले। जिस पर मंत्री ने कुशीनगर के जिलाधिकारी को दूरभाष पर अवगत कराया।  और कारवाई की मांग की।
जिला की सबसे अधिक  के गन्ना किसानो का गन्ना क्रय करने वाली चीनी मिल हाटा स्वंय गन्ना सप्लाई टिकट नहीं दे पा रही है। यह कार्य प्रदेश शासन की नीति के अनुसार गन्ना समितियों के जिम्मे है। जो किसी  ठीकेदार व्यवस्था के तहत सप्लाई टिकट की वितरण के तहत किया जा रहा है। जिनके चलते गन्ना माफियाओं की चांदी हो गयी है।
आये दिन गन्ना समितियों में शिकायत मिल रही है। गन्ना किसान इन गन्ना समितियों का चक्कर लगा रहे हैं। ये पर्ची के लिए भटक रहे हैं। परेशान गन्ना किसान पर्ची नहीं मिलने से समिति कर्मियों व जनप्रतिनिधियों को कोस रहे हैं। सरकार की नई पर्ची वितरण व्यवस्था के प्रति भी गन्ना किसानों में आक्रोश है।
मोतीचक विकास खंड के गांव अजीजनगर, फर्द मुंडेरा व अथरहां तथा हाटा विकास खंड के गांव परसौनी के किसानों का गन्ना ढाढ़ा चीनी मिल के लिए आवंटित है, पर किसानों को गन्ना पर्चियां कप्तानगंज समिति से जारी की जा रही है। कप्तानगंज व ढाढ़ा फैक्ट्री के किसानों का कैलेंडर में सातवां पक्ष चल रहा है। वहीं इन चार गांवों के किसानों के लिए दूसरे पक्ष के हिसाब से पर्ची मिल रही है, जिससे किसानों में असंतोष है।
अथरहां निवासी किसान जयराम मिश्र ने कहा कि सात पर्ची का मेरा कैलेंडर बना है, पर अभी तक एक भी पर्ची नहीं मिली। इसी गांव के काशी कुशवाहा का 27 पर्ची का कैलेंडर बना है, जिसमें मात्र चार पर्ची अब तक मिल पाई है।  किसान अजय श्रीवास्तव ने कहा कि छह गाड़ी का कोटा बना है,
पर अब तक एक भी पर्ची नहीं मिली। अजीजनगर निवासी किसान रामनेति उर्फ छट्ठू यादव, रामदुलारे यादव, ओमप्रकाश, रामाश्रय कुशवाहा आदि ने गन्ना पर्ची उपलब्ध कराने की मांग की है।
यद्यपि विगत माह कुशीनगर जिले के कप्तानगंज केन यूनियन परिसर में गन्ना सप्लाई टिकट के लिए चक्कर लगा रहे एक किसान की मौत हो गई थी। इस पर  किसान के परिवारजनों ने आरोप लगाया है कि गन्ना की किसान की मौत पर्ची न मिलने के चलते सदमे में हुई है।
पटखौली निवासी किसान रामप्यारे साहनी गन्ना पर्ची न मिलने से छोटे बेटे विनय साहनी की शादी को लेकर परेशान था। मृतक रामप्यारे कई दिनों से केन यूनियन कप्तानगंज का चक्कर लगा रहा था। मंगलवार को पर्ची के लिए केन यूनियन गया था। परिवारीजनों के अनुसार पर्ची न मिलने से एक तरफ खेत में सूख रहे गन्ने व दूसरी तरफ लड़के की शादी कैसे होगी आदि समस्याओं को सोचकर यकायक सदमे में आ गये और
केन यूनियन परिसर में गिर गया। वहां पर उसकी मौत हो गई। यही हाल कठकुईयां,  रामकोला, दुदही, का है। इसी समस्या को लेकर बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आर पी एन सिंह से मिल कर गन्ना किसानों ने अपनी समस्या से अवगत कराया।  जिस पर मंत्री ने कुशीनगर के जिलाधिकारी से दूरभाष कर समस्या का निदान करने को कहा।
इस संबंध में जिला गन्ना अधिकारी ने कहा कि शासन की नीति के अनुसार कार्य किया जा रहा है। थोड़ी बहुत परेशानी होगी। जिसका निदान किया जा रहा है।

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