दलित होने के कारण श्मशान गृह से भगाया, नाले के किनारे करना पड़ा वृद्धा का अंतिम संस्कार

0
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में दलितों से भेदभाव का नया मामला सामने आया है। आरोप है कि एक महिला का श्मशान गृह में अंतिम संस्कार नहीं होने दिया गया क्योंकि वो दलित समुदाय से ताल्लुक रखती थी। मृत महिला की उम्र करीब 100 साल थी। लंबी बीमारी के बाद उसका गुरुवार को निधन हो गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, जब सार्वजनिक श्मशान गृह में उसके शव को जलाने की इजाजत नहीं दी गई तो जंगल में उसका अंतिम संस्कार करना पड़ा।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में दलितों से भेदभाव का नया मामला सामने आया है। आरोप है कि एक महिला का श्मशान गृह में अंतिम संस्कार नहीं होने दिया गया क्योंकि वो दलित समुदाय से ताल्लुक रखती थी। मृत महिला की उम्र करीब 100 साल थी। लंबी बीमारी के बाद उसका गुरुवार को निधन हो गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, जब सार्वजनिक श्मशान गृह में उसके शव को जलाने की इजाजत नहीं दी गई तो जंगल में उसका अंतिम संस्कार करना पड़ा।
राम वीडियो में कहते हैं, ‘उन्होंने (अगड़ी जाति के लोगों ने) कहा कि अगर देवता का गुस्सा फूटता है तो किसी भी बुरे के लिए हम लोग जिम्मेदार होंगे। इसलिए हम शरीर को नजदीक स्थित एक नाले के किनारे ले गए और वहां अंतिम संस्कार कर दिया।’ वहीं, कुल्लू के डिप्टी कमिश्नर यूनुस ने कहा, ‘सब डिविजनल मजिस्ट्रेट और डीएसपी को मामले के बारे में पता लगाने के लिए कहा गया है। हम वीडियो में दिखे शख्स की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। हम तथ्यों की पुष्टि के लिए गांववालों से बात कर रहे हैं’ यूनुस के मुताबिक, अभी तक शिकायत दर्ज कराने के लिए कोई सामने नहीं आया है।

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More