कोलंबो। श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर तीन चर्च और चार होटलों समेत आठ जगहों पर धमाके हुए। इनमें 33 विदेशियों समेत 215 लोगों की मौत हो गई। इनमें 4 भारतीय भी शामिल हैं। 500 जख्मी हो गए। रक्षा राज्य मंत्री रूवन विजयवर्धने ने 7 लोगों को गिरफ्तार किए जाने की बात कही है।
शुरुआती छह धमाके लगभग एक ही समय पर सुबह 8:45 बजे हुए। बाकी दो धमाके दोपहर में दो से ढाई बजे के बीच कोलंबो में हुए।
पहला धमाका कोलंबो के कोच्चिकड़े स्थित सेंट एंथनी चर्च में हुआ, इसके बाद नेगोंबो के कटुवपिटिया स्थित सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टीकलोआ स्थित चर्च में धमाके हुए। इनके अलावा कोलंबो के फाइव स्टार होटलों शांगरी ला, किंग्सबरी और सिनेमन ग्रैंड में भी ब्लास्ट हुए। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, कोलंबो में होटलों में हुए ब्लास्ट में करीब 45 लोग मारे गए। वहीं नेगोंबो चर्च में 90 और बट्टीकलोआ में 27 लोग मारे गए।
मीडिया ब्रीफिंग में गुणाशेखरा ने कहा, “अभी हम यह नहीं कह सकते कि सभी धमाके आत्मघाती हमले थे। हालांकि कटुवपिटिया (नेगोंबो) चर्च धमाका फिदायीन हमले जैसा प्रतीत होता है।” इससे पहले एक अधिकारी ने कहा था कि एक आत्मघाती हमलावर ने सिनेमन होटल के रेस्त्रां में खुद को उड़ा लिया था। सोशल मीडिया पर अस्थायी प्रतिबंध के साथ देशभर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
नेशनल हॉस्पिटल के डायरेक्टर अनिल जयसिंघे ने मारे गए 33 विदेशियों में से 12 की पहचान कर ली। इनमें 3 भारतीय, 2 चीनी समेत पोलैंड, डेनमार्क, जापान, पाकिस्तान, अमेरिका, मोरक्को और बांग्लादेश का एक-एक व्यक्ति शामिल है।
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने तीनों मृतकों की पहचान लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश के तौर पर की।
धमाकों के मद्देनजर पुलिस अफसरों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं। छुट्टी पर चल रहे डॉक्टरों-नर्सों को भी ड्यूटी पर बुला लिया गया है। सोमवार और मंगलवार को सरकारी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, माना जा रहा है कि पिछले कुछ समय में इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने देश में जड़ें जमाई हैं। पिछले साल श्रीलंका में बौद्ध सिंहला और मुस्लिम समुदाय के बीच टकराव की कुछ घटनाएं सामने आई थीं। मार्च 2018 में इसके चलते सरकार को इमरजेंसी तक लगानी पड़ी थी।
भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए
+94777903082,+94112422788,+94112422789, +94112422789
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना और पीएम रानिल विक्रमसिंघे से बात की। साथ ही ट्वीट कर घटना की कड़ी निंदा की। मोदी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने मृतकों और घायलों के परिवारों के साथ संवेदना जताई।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके बताया कि हालात पर नजर रखी जा रही है। कोलंबो में स्थित भारतीय उच्चायुक्त के साथ लगातार संपर्क किया जा रहा है।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया, “चर्चों और होटलों पर हुए आतंकी हमले को लेकर मेरी संवेदनाएं। हम हर तरह की मदद को तैयार हैं।”
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हमले को क्रूर और दोषपूर्ण बताया। पुतिन ने अपने श्रीलंकाई समकक्ष को टेलीग्राम कर अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ जंग में हमेशा सहयोग देने की बात कही।
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ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने कहा, “घटना का शिकार हुए लोगों के साथ मेरी सहानुभूति है। इसके खिलाफ हम सबको एकजुट होकर खड़े होना चाहिए ताकि कोई भी धार्मिक कार्य करते वक्त डर में न रहे।”
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पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट किया, “ईस्टर के दिन श्रीलंका में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। श्रीलंका के भाइयों को मेरी संवेदनाएं। दुख की इस घड़ी में पाकिस्तान श्रीलंका के साथ खड़ा है।”
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मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह ने कहा, “श्रीलंका में हमले की खबर से सदमे में हूं। दुख की इस घड़ी में हम श्रीलंका के लोगों के साथ हैं। आतंक के खिलाफ लड़ाई में उनका समर्थन करेंगे।”