भाजपा को फायदा पहुंचाने के बजाय मरना पसंद करूंगी: प्रियंका गांधी

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रायबरेली/अमेठी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उप्र में कमजोर प्रत्याशी उतारने को लेकर दिए गए अपने बयान को लेकर अब सफाई दी है। प्रियंका ने कहा है कि भाजपा को फायदा पहुंचाने से ज्यादा अच्छा है कि मैं मरना पसंद करूंगी। हमने उन्हीं उम्मीदवारों का चयन किया है जो
या तो मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं या फिर भाजपा के वोट काट रहे हैं। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती पहले ही प्रियंका के इस बयान को लेकर उनकी आलोचना कर चुके हैं।
प्रियंका ने रायबरेली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बातें कही। प्रियंका ने कहा, ” मेरा फोकस 2019 और 2022 का चुनाव दोनों है। हमारा ध्यान भाजपा को हराने में ज्यादा है। 2022 तक हम कांग्रेस को और मजबूत करना चाहते हैं ताकि वह अच्छी तरह से लड़ सके।” प्रियंका ने सफाई देते हुए कहा कि मैंने यह कभी नहीं कहा है कि मैने कमजोर प्रत्याशी उतारे हैं। मैंने बहुत ही स्पष्टतौर पर कहा है कि कांग्रेस यह चुनाव अपने दम पर लड़ रही है।
बच्चों से चौकीदार चोर है नारा लगवाने के सवाल पर प्रियंका ने कहा कि मैंने बच्चों को ऐसा कहने से रोका था कि वह पीएम के लिए सही नहीं कह रहे हैं। भाजपा ने टेप के साथ छेड़छाड़ कर उस हिस्से को हटा दिया है जिस जगह मैं बच्चों को रोक रही हूं। वे ऐसे आरोप लगा रहे हैं जो बहुत बचकाना है।
इससे पहले रायबरेली में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 12 हजार किसानों ने आत्महत्या की और देश की सरकार ने कोई मदद नहीं की। लेकिन आपसे हर महीने किसान बीमा लेते रहे। आपके बीमा से 10 हजार करोड़ बीमा कंपनियों के पास जा रहे हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा कि, यूपी में कांग्रेस पार्टी हारने की लड़ाई लड़ रही है। हमने कांग्रेस अध्यक्ष का इतना पीछा किया कि उन्हें इस सीट पर सपा-बसपा के समर्थन के बाद भी सचमुच भागना पड़ा। यह लड़ाई भाजपा बनाम कांग्रेस की नहीं, बल्कि लोगों और एक लापता सांसद की है।
बसपा की मुखिया मायावती ने कहा, ”कांग्रेस के लोग कह रहे हैं कि चाहे भाजपा के उम्मीदवार जीत जाएं, लेकिन सपा-बसपा गठबंधन के लोग न जीतें। कांग्रेस ने भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। कांग्रेस-भाजपा नहीं चाहतीं कि दलित और पिछड़े लोग पूंजीवादियों से ऊपर पहुंचे। भाजपा भी कांग्रेस की तरह नकली अंबेडकरवादी है। कांग्रेस के मुखिया राहुल गांधी पक्की उम्र के नहीं हैं। वे संसद में मोदी के गले मिलकर क्या कर रहे थे?”
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के कमजोर प्रत्याशी खड़े करने के बयान को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि मैं इस बात में विश्वास नहीं करता कि कांग्रेस ने कहीं भी कमजोर प्रत्याशी खड़ा किया है। कोई पार्टी ऐसा नहीं कर सकती।

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