नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि सत्ता में रहने के दौरान उनकी सरकार ने कई सर्जिकल स्ट्राइक किए थे लेकिन उनका इस्तेमाल वोट पाने के लिए नहीं किया. मोदी सरकार के इस व्यवहार को उन्होंने अपमानजनक और अस्वीकार्य बताया.
राज्यसभा के सदस्य 86 वर्षीय डॉ सिंह पर मौजूदा चुनावी अभियान के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2008 में मुंबई पर हुए लश्कर-ए-ताइबा 26/11 हमले के लिए हमला किया था जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी.
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए अपने साक्षात्कार में सिंह ने कहा कि 2008 के मुंबई हमले के बाद भारत सैन्य रुख अख्तियार कर सकता था लेकिन उनकी यूपीए सरकार ने पाकिस्तान को अलग-थलग करने और कूटनीतिक तौर पर पाकिस्तान को आतंक का अड्डा साबित करने का फैसला किया था.
उन्होंने कहा, मुंबई हमले के 14 दिनों के भीतर हमने लश्कर-ए-ताइबा सरगना हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी घोषित करवाने के मामले में चीन को सहमत कर लिया था. यूपीए ने यह सुनिश्चित किया था कि अमेरिका मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता और लश्कर-ए-ताइबा सरगना के सिर पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित करे.
#HTExclusive | In the past 70 years, a government in power never had to hide behind the valour of our armed forces. Such attempts to politicize our forces are shameful and unacceptable: Former PM Manmohan Singh tells @sunetrac
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— Hindustan Times (@htTweets) May 2, 2019