विकास के मुद्दे पर होना था चुनाव, लेकिन जाति,धर्म-संप्रदाय की ओर मुड़ गया: नितिन गडकरी

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भोपाल। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने भोपाल में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान गडकरी ने विकास के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा. साथ ही उन्होंने कहा कि बीते पांच साल तो सिर्फ ट्रेलर था, पिक्चर अभी बाकी है।
इसके साथ ही नितिन गडकरी ने कहा कि ये चुनाव विकास के मुद्दे पर होना चाहिए लेकिन चुनाव जाति धर्म और संप्रदाय की तरफ मुड़ गया. गडकरी के इस बयान के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। पहले भी गडकरी के ऐसे बयानों से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा था।
1- 2014 का चुनाव जो हुआ था उस समय यूपीए सरकार की विफलताओं और भ्रष्टाचार के विरोध में माहौल था. उस समय नरेंद्र मोदी बीजेपी का चेहरा थे और विकास मॉडल को देखकर जनता ने हमे अपार जन समर्थन दिया था। 2019 का चुनाव जाति धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर विकास के एजेंडे पर चुनाव होना चाहिये था।
2- हमारी सरकार का आकलन बीते पांच साल से करना ठीक नहीं है. ऐसा नहीं है कि हमारी सरकार ने विकास के काम नहीं किये है। मैं ये बताना चाहता हूं कि हमने जो विकास पांच सालों में किया वो कांग्रेस 50 सालों में नहीं कर पाई।
3- हमारी सरकार ने 100 नए एयरपोर्ट बनाये है. 147 लाख किलोमीटर हाईवों का निर्माण कराया है. मुंबई से दिल्ली तक एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण कराया जाएगा. जिसके लिए जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है।
4- 20 हजार किलोमीटर जल मार्ग हमने बनाया है. वाराणसी से हल्दिया तक जल मार्ग का निर्माण कराया है। नागपुर में हम टॉयलेट का पानी भी बेचते हैं।
5- 20 करोड़ रुपये में हमने ये पानी इंडियन ऑयल को बेचा है. जो इसमें से मिथेन गैस निकाल कर इससे बायो फ्यूल बनाते हैं। 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से हम वाटर मार्ग तैयार कर रहे हैं. जिसका 30 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
6- मध्यप्रदेश में सड़कों का काम तेजी से चल रहा है. जल मार्ग का सपना पूरा किया। जल मार्ग नहीं बनाते तो प्रियंका गांधी गंगा में कैसे जाती, पानी शुद्ध नहीं होता तो प्रियंका कैसे गंगा का पानी पीतीं।
7- हवा में उड़ने वाली डबल ड्रेकर भी भोपाल में आ सकती है, यदि ये लोग चाह ले तो, पैसों की कमी नहीं।
8- पांच साल का काम ट्रेलर था, अभी फ़िल्म बाकी है।

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