गोरखपुर। खोराबार के लहसड़ी में रविवार रात रंजिशन पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के दामाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद आरोपित फरार हो गए। घायल युवक को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिवारीजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी है।
भाजपा नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शोभा साहनी लहसड़ी के भागलपुर टोला में रहती हैं। गांव के कुछ लोगों से उनका भूमि विवाद है। पांच साल पहले इसी विवाद में उनके बेटे की हत्या कर दी गई थी। शोभा की तीसरे नंबर की बेटी राजकुमारी उर्फ गुड्डी अपने पति कमलेश और बच्चों संग उनके साथ रहती थी। रविवार को पड़ोसी दीपक साहनी के बहन की शादी थी।
रात 10 बजे बरात गांव में पहुंची। नाचने के दौरान गांव के युवकों में मारपीट हो गई। लड़ते हुए दोनों पक्ष के लोग शोभा साहनी के दरवाजे पर पहुंच गए। शोर सुनकर घर से बाहर निकले कमलेश बीच-बचाव करने लगे।
आरोप है कि इसी बीच गांव के शैलेंद्र साहनी, सिपाही, महेंद्र, लक्ष्मी और अजीत सिंह पहुंच गए। आते ही इन लोगों ने कमलेश के सिर, सीने और पेट में गोली मार दी। घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। परिवार के लोग कमलेश को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। एसएसपी डॉक्टर सुनील गुप्ता ने बताया कि आरोपितों की तलाश चल रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
आजाद नगर चौकी प्रभारी और पुलिस के आला अफसरों ने अगर पूर्व में की गई शिकायत को संज्ञान लिया होता, तो शायद कमलेश आज जिंदा होते और आरोपित सलाखों के पीछे। ताज्जुब तो इस बात का है कि शिकायत के बाद चौकी इंचार्ज खुद कमलेश को ही जेल भेजने की धमकी देता रहा। कमलेश के बेटे छन्नू ने बताया कि पांच साल पहले आरोपितों ने उसके मामा भूपेंद्र साहनी की हत्या कर दी थी।
पुलिस ने उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। 15 दिन पहले भूमि कब्जा करने वाले जुल्म चौधरी ने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसकी शिकायत उन लोगों ने आजाद नगर चौकी प्रभारी से की थी। आरोपितों के प्रभाव में उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। अवैध असलहा लेकर चलने का आरोप लगाते हुए हम लोगों को ही जेल भेजने की धमकी दे रहे थे। चौकी प्रभारी के रवैए की जानकारी कमलेश ने पत्र लिख उच्चाधिकारियों को दी थी, लेकिन किसी ने इस शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
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