स्मृति ईरानी ने पूछा किसानों का कर्ज माफ हुआ; लोग चिल्लाने लगे, हां हो गया है

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मध्यप्रदेश/अशोकनगर। अशोकनगर में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को उस समय असहज स्थिति का सामना करना पड़ा, जब उनके भाषण के दौरान लोगों ने कहा कि कर्जा माफ हुआ है। स्मृति ने बुधवार दोपहर विवेक टॉकीज चौराहे पर भाजपा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया।
स्मृति ईरानी ने जैसे ही कहा कि विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस बोली थी कि किसानों का कर्जा माफ करेंगे। क्या किसी का कर्जा माफ हुआ, इस दौरान सभा में मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर जोर-जोर से चिल्लाकर कहा… हां हो गया है- हां हो गया है। कर्जा माफ हो गया है।
इस असहज स्थिति के लिए बाद भी स्मृति ईरानी ने भाषण बंद नहीं किया। उन्होंने फिर से दोहराया कि किसानों का ऋण माफ करने का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस की सरकार ने किसानों का ऋण माफ नहीं किए हैं। भाजपाइयों ने कहा- कोई ऋण माफ नहीं हुए। सभा में मोदी-मोदी के नारे लगे। सभा में मौजूद कांग्रेसियों ने कहाकि किसानों के ऋण माफ हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहाकि हर नागरिक को चाहिए कि वह देश के नवनिर्माण के लिए अपना सहयोग दे। उन्होंने कहा कि 2014 में देश में जो अंधेरा छाया था। देश ने कांग्रेस के नेताओं द्वारा मोदी को अपमानित करते हुए देखा है। खून-पसीना बहाने वालों ने संकल्प लिया और

मोदी को प्रधान सेवक बनाया। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कांग्रेस के नेताओं द्वारा उड़ाया गए उपहास पर जनता ने जो आशीर्वाद मोदी को दिया उसके चलते भारत के इतिहास में उन्होंने संसद की चौखट पर सिर झुकाया और प्रधान सेवक बने।
स्मृति ईरानी ने कहा कि विधानसभा में कांग्रेस ने 10 दिन में कर्जा माफ करने की बात कही, वह तो नहीं हुआ बल्कि अपने जीजा जी का खजाना भरा गया। ऐसी कांग्रेस और उसके नामदारों को कभी वोट न दें। राहुल गांधी के खिलाफ का चुनाव है।
उन्होंने कहाकि अमेठी में चार पीढ़िया कांग्रेस की ट्रेन लाने की बात करती रही, लेकिन रेल लाने का काम मोदी ने कर दिखाया। उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस के कार्यकर्ता कांग्रेस को वोट देने की बात करते हैं पर उन्हें जानना चाहिए कि उनका सेनापति अमेठी से भाग चुका है।

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