नई दिल्ली। हाल ही में एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
इंडियन एयरफोर्स की बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर कुछ ऐसा कह गए,
जिसके बाद ट्विटर पर लोग उन्हें ट्रोल करते हुए उनकी फिरकी ले रहे हैं।
इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा था,“वायुसेना को जिस दिन एयरस्ट्राइक करनी थी,
उस दिन मौसम काफी खराब था। विशेषज्ञों ने सलाह दी कि
एयर स्ट्राइक किसी और दिन करनी चाहिए। इससे मन में दो सवाए उठे।
एक ये कि देरी के कारण गोपनीयता भंग हो सकती है और दूसरा ये कि इतने बादल हैं,
बारिश भी हो रही है तो हम रडार (रेडार) से बच सकते हैं और इसका फायदा हमें मिल सकता है।
इसपर काफी सोच-विचार करने के बाद आखिरकार एयर स्ट्राइक का फैसला किया गया।”
पीएम मोदी के इस रडार वाले बयान पर न केवल आम ट्विटर यूजर्स चुटकी ले रहे हैं बल्कि
विपक्षी राजनीतिक पार्टियां और अन्य नामचीन हस्तियां भी पीएम को खूब ट्रोल कर रही हैं।
मोदी जी पैदा हुए सामान्य वर्ग में CM बने तो पिछड़ा वर्ग में शामिल हो गए&अब अति पिछड़ा हो गए हैं।अब देखना है दलित कब बनते हैं।कभी कहते हैं की सिकंदर बिहार में आया था&अब कह रहे हैं की बादल होने से जहाज़ रडार पर नहीं पकड़ाती इसलिए उसी समय एर्स्ट्रायक किया @RahulGandhi @INCIndia
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) May 12, 2019
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने
पीएम के रडार वाले बयान पर ट्वीट किया, “पाकिस्तानी रडार बादलों में नहीं घुसते।
यह सामरिक जानकारी का एक महत्वपूर्ण टुकड़ा है जो कि
भविष्य के हवाई हमलों की योजना बनाते समय महत्वपूर्ण होगा।”
Jumla hi fekta raha paanch saal ki sarkar mein,
Socha tha cloudy hai mausam,
Nahi aaunga radar mein. pic.twitter.com/xDeOg4Yq5K— Congress (@INCIndia) May 12, 2019
कांंग्रेस ने लिखा, “जुमला ही फेंकता रहा पांच साल की सरकार में,
सोचा था क्लाउडी है मौसम, नहीं आऊंगा रडार में।”
वहीं पीएम को ट्रोल करने में हाल ही में बीजेपी का दामन छोड़
कांग्रेस का हाथ थामने वाले नेता उदित राज भी पीछे नहीं रहे।
उदित राज ने लिखा, “मोदी जी पैदा हुए सामान्य वर्ग में, सीएम बने तो
पिछड़ा वर्ग में शामिल हो गए और अब अति पिछला वर्ग हो गए हैं।
अब देखना है दलित कब बनते हैं. कभी कहते हैं कि सिकंदर बिहार मेें आया था और
अब कह रहे हैैं कि बादल होने से जहाज रडार पर नहीं पकड़ में आता,
इसलिए उसी समय एयर स्ट्राइक किया।”
रडार से बचने के लिए बादलों के बीचों-बीच बक्सर के असली ग़रीब चाय वाले की चाय पी रहा हूँ।बादलों में रडार से बचने की अद्भुत, अकल्पनीय,अविश्वसनीय और अतुलनीय खोज करने वाले महान राजनीतिक आविष्कारक को जय भीम, जय मंडल, जय बहुजन,जय हिंद और जय भारत के नारे के साथ प्रेम भरा सलाम ठोंकता हूँ। pic.twitter.com/XaDRM4ERwu
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 12, 2019
तेजस्वी यादव तो लगातार पीएम पर हमलावार हैं।
अब उनके रडार वाले बयान पर तेजस्वी ने उन्हें घेरते हुए लिखा,
“रडार से बचने के लिए बादलों के बीचों-बीच बक्सर के असली गरीब चाय वाले की चाय पी रहा हूं।
बादलों में रड़ार से बचने की अद्भुत, अकल्पनीय, अविश्वसनीय और
अतुलनीय खोज करने वाले महान राजनीतिक आविष्कारक को जय भीम,
जय मंडल, जय बहुजन, जय हिंद और जय भारत के नारे के साथ प्रेम भरा सलाम ठोंकता हूं।”
https://twitter.com/kamaalrkhan/status/1127287516086841347?s=19
प्रिय देशवासियों! रडार और बादलों के भयंकर ज्ञान से लैस 'महापुरुष' से मुक्ति के लिए मतदान करें।अपने जांबाज जवानों की वैज्ञानिक क्षमता को दरकिनार कर देश को वैश्विक पटल पर जगहँसाई का पात्र बनाने वाले व्यक्ति से छुटकारे के लिए मतदान करें।जय हिंद
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) May 12, 2019
वाह मोदी जी वाह
कितने ज्ञानी है आप
वायु सेना उलझन मे थी और आप ने उन्हें रास्ता दिखाया“अज्ञानता का दम्भी” pic.twitter.com/m7qxhq10Qb
— Akhilesh P. Singh (@AkhileshPSingh) May 12, 2019
मोदी जी ऐसी बातें कर दुनिया भर मे भारत का मज़ाक़ बनवाते हैं। कभी कहते हैं रडार बादल मे काम नहीं करेगा, कभी कहते हैं कि जलवायु परिवर्तन नहीं होता बल्कि हमारे शरीर मे परिवर्तन होता है। भारत जैसे बुद्धिजीवी देश के प्रधानमंत्री का दुनिया भर मे उपहास ठीक नहीं।https://t.co/ovZaPRxwNJ
— Shakeel Ahmad (@Ahmad_Shakeel) May 12, 2019
रडार और नाले की गैस वाले भयंकर ज्ञान से लैस 'महापुरुष' व देश को वैश्विक पटल पर जगहँसाई का पात्र बनाने वाले व्यक्ति जुमलेंद्र पठान को रडार टेक्नोलॉजी की खोज करने पर हार्दिक शुभकामनाएं। 😜
— Abhishek Narayan Yadav (@abhisheknarayan) May 13, 2019
https://twitter.com/shubhamgmp/status/1127795471253221377?s=19
आइंस्टीन के बाद पहली नई खोज!
डिफेंस के रडार बादलों और बारिश में काम नहीं करते-महान वैज्ञानिक मोदी
— jkm.kisan (@d_thethey) May 13, 2019
इंटरव्यू देना चाहिए । जितनी तैयारी कर के आओ उतना बोलना चाहिए।।ज्यादा वैज्ञानिक न बनना चाहिए। नही तो रडार उलझ जाती है
— Dr. Maneesh k. Kabeer PhD (@reignsroman19) May 13, 2019