बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने एक ट्वीट किया और उस पर बुरी तरह ट्रोल हो गए।
सोशल मीडिया ट्रोल्स ही नहीं, बीजेपी नेताओं ने भी उस ट्वीट पर नाराजगी जताई।
गुरुग्राम में मुस्लिम युवक की पिटाई को लेकर गंभीर ने ये ट्वीट किया था-
“In Gurugram Muslim man told to remove skullcap,chant Jai Shri Ram”.
It is deplorable. Exemplary action needed by Gurugram authorities. We are a secular nation where @Javedakhtarjadu writes “ओ पालन हारे, निर्गुण और न्यारे” & @RakeyshOmMehra gave us d song “अर्ज़ियाँ” in Delhi 6.— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) May 27, 2019
गुरुग्राम में मुस्लिम युवक को टोपी उतारने और जय श्रीराम के नारे लगाने के लिए कहा गया।
यह निंदनीय है। गुरुग्राम प्रशासन की तरफ से जरूरी कार्रवाई की जाए।
हम एक धर्मनिरपेक्ष देश हैं जहां जावेद अख्तर ‘ओ पालन हारे, निर्गुण और
न्यारे’ लिखते हैं और राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने दिल्ली-6 में ‘अर्जियां’ दिया है।
क्योंकि चारों तरफ खान मार्केट और टुकड़े टुकड़े गैंग से घिरे हो
जो तुम्हें सेक्युलरिज्म के मायाजाल में उलझा देंगे। छपास और दिखास को याद रखिएगा।
ए भाई ज़रा देख के चलो
आगे ही नहीं, पीछे भी
दाएँ ही नहीं , बाएँ भी
ऊपर ही नहीं, नीचे भी
ए भाई !
क्यूँकि चरो तरफ़ खान मार्केट और टुकड़े टुकड़े गैंग से घिरे हो जो तुम्हें सेक्युलरिज़म के माया जाल में उलझा देंगे ! ‘छपास और दिखास’ को याद रखिए ! 🙏 https://t.co/Zpo8uJnyMp— Ashoke Pandit (@ashokepandit) May 27, 2019
इसके बाद गौतम गंभीर ने एक और ट्वीट किया जिसमें लिखा कि सेक्युलरिज्म पर मेरा विचार
पीएम मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र से आया है।
मैं गुरुग्राम की घटना तक सीमित नहीं हूं, जाति धर्म पर हर भेदभाव के खिलाफ हूं।
My thoughts on secularism emanate from honourable PM Mr Modi’s mantra “सबका साथ, सबका विकास, सब का विश्वास”. I am not limiting myself to Gurugram incident alone, any oppression based on caste/religion is deplorable. Tolerance & inclusive growth is what idea of India is based on.
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) May 27, 2019