नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार को अपने दूसरे कार्यकाल का पहला दिन ही भारी पड़ गया है।
मोदी सरकार के मंत्रियों ने अभी मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली ही थी कि
जीडीपी विकास दर और बेरोजगारी दर के आंकड़े सामने आ गए।
ये दोनों ही आंकड़े काफी निराशाजनक रहे हैं।
वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में जीडीपी की संवृद्धि दर पिछले साल इसी समय अवधि की तुलना घटकर
5.8 फीसदी रह गई है। पिछले साल इसी समय अवधि में जीडीपी विकास दर 7.7 प्रतिशत रही थी।
India's GDP growth rate for fourth quarter (January-March) slips to 5.8%, 6.8% in full financial year 2019 pic.twitter.com/1kGMoxAZLp
— ANI (@ANI) May 31, 2019
जीडीपी दरों के साथ ही बेरोजगारी दर के आंकड़े भी सरकार के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहे।
पीएलएसएस द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक बेरोजगारी दर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी हो गई है। जो कि साफ-साफ संकेत देती है कि देश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ी है।
Unemployment rate at 6.1% in financial year 2017-18 according to Labour Survey. pic.twitter.com/ZTr9RVhNny
— ANI (@ANI) May 31, 2019