यूपी: आंधी-तूफान से हुए हादसों में 26 की मौत, 57 से ज्यादा जख्मी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गुरुवार रात आंधी-तूफान से हुए अलग-अलग हादसों में 26 लोगों की मौत हो गई,
जबकि 57 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। मैनपुरी में सबसे अधिक 6 लोगों की मौत हुई।
यहां 41 जख्मी हुए हैं।नेशनल और स्टेट हाईवे पर गिरे पेड़ों के कारण कई जगहों पर आवागमन भी बाधित हुआ।
मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने शुक्रवार को बताया कि आंधी का खतरा अभी टला नहीं है।
अगले दो से तीन दिनों तक परेशानी बनी रहेगी।
लोगों को आंधी चलने के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बीती रात प्रदेश के मैनपुरी, एटा, कासगंज, मुरादाबाद, महोबा, हमीरपुर, फर्रुखाबाद, बदायूं और
पीलीभीत में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। कई जिलों में ओले भी गिरे।
पुलिस के मुताबिक, देर रात आए आंधी-तूफान के कारण अपने घरों में सो रहे
ज्यादातर लोगों ने अपनी जान गंवाई या जख्मी हुए। उन्हें संभलने को मौका नहीं मिला।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने मृतकों के परिवार के लिए 4 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया।
सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार जिला कलेक्टर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
पीड़ितों को सभी जरूरत की चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं।
आंधी-तूफान से उत्तर प्रदेश के 22 जिले प्रभावित हुए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रभारी मंत्रियो को प्रभावित जिलों में भ्रमण कर राहत कार्यों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने बताया कि जिलों में तैनात नोडल अफसरों और
जिलाधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि राहत कार्य में कहीं कोई चूक न होने पाए।
तूफान और बारिश का सबसे ज्यादा असर प्रदेश के मैनपुरी में हुआ।
यहां 6 लोगों की मौत के अलावा 41 से ज्यादा जख्मी भी हुए हैं।
वहीं, एटा और कासगंज में 3-3, बाराबंकी-फर्रूखाबाद और बदायूंमें 2-2 मौत हुईं।
इनके अलावा मुरादाबाद, पीलीभीत, मथुरा, कन्नौज, सम्भल, गाजियाबाद, अमरोहा और
महोबामें 1-1 मौत हुई। इनमें से ज्यादातर मौतें बिजली और आंधी के दौरान पेड़ गिरने की वजह से हुईं।
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