शामली पुलिस की एक और बड़ी उपलब्धि, पिछले 6 महीनों में महिला संबंधी अपराधों में रिकॉर्ड 80% से अधिक की हुई गिरावट
शामली। 2011 बैच के आईपीएस अजय कुमार के कुशल नेतृत्व में व्यावसायिक दक्षता के साथ जनोन्मुखी पुलिसिंग के क्षेत्र में
पूरे प्रदेश में लगातार मिसाल क़ायम कर रही शामली पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा व सशक्तीकरण के क्षेत्र को भी किया रौशन
प्रदेश सरकार की बड़ी प्राथमिकताओं में शामिल महिला सुरक्षा को अमली जामा पहनाने के लिए
शामली पुलिस द्वारा अच्छी तरह से सोची-समझी व बेहद सुनियोजित रणनीति अपनाई गई है।
जिसके परिणामस्वरूप शीलभंग व छेड़खानी में 50% की कमी, बलात्कार में 70% की कमी तथा हत्या में रिकॉर्ड 80% की गिरावट दर्ज की गई है।
साथ ही, पिछले 6 महीने में चेन स्नैचिंग की एक भी घटना घटित नहीं होने दी गई है।
शामली की जनता के बीच यह एक बड़ी उपलब्धि के रूप में चर्चा का विषय बनी हुई है।
क्या है शामली पुलिस द्वारा अपनाई गई महिला सुरक्षा की रणनीति?
एस पी अजय कुमार ने शामली जनपद में कार्यभार सँभालने के साथ ही महिला सुरक्षा को अपनी टॉप 5 प्राथमिकताओं में जगह दी।
और इसके लिए 5 सूत्री उपायों की रणनीति बनाकर पूरे जनपद में पूर्ण मनोयोग व गंभीरता से लागू कराया।
पहले उपाय के तहत आम जनता से बैठकें कर उनका फ़ीडबैक लेकर हॉट-स्पॉट चिन्हित किए गए;
दूसरे चरण में पुलिस पिकेट व यूपी 100 पीआरवी गाड़ियों को उसी के मुताबिक़ तैनात किया गया;
तीसरे चरण में* इस व्यवस्था को मॉनीटर करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की कुल चार टीमें बनाईं गईं;
चौथे चरण में एसपी ने स्वयं 32 विद्यालयों व महाविद्यालयों में लेक्चर आयोजित कर क़रीब 23,000 बेटियों को आत्मरक्षा,
मन की मज़बूती, व महिला संबंधी क़ानूनों के बारे में विधिवत प्रशिक्षित किया गया; और
पाँचवें उपाय के तहत महिला संबंधी सभी मामलों को मॉनीटर करने के लिए अलग से एक विशेष टीम का गठन किया गया।
इन सभी उपायों के फलत: पुलिस सक्रिय व संवेदनशील हुई; महिला सुरक्षा को बल मिला; महिलाओं में जागरूकता आई, उनका सशक्तीकरण हुआ;
और अन्तोगत्वा महिला संबंधी सभी अपराधों में 50% से लेकर 80% तक की रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई।
इस शानदार उपलब्धि को एस पी शामली अजय कुमार के नेतृत्व में शामली पुलिस की एक विशेष उपलब्धि के रूप में पहचाना जा रहा है;
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