लंदन। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को लंदन में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान शर्मसार होना पड़ा. लंदन में प्रेस की आजादी पर आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में जब कुरैशी पहुंचे तो उस वक्त कुर्सियां खाली दिखीं।
मीडिया पर संवाद करने लंदन पहुंचे कुरैशी को पत्रकार समुदाय के बहिष्कार और विरोध का भी सामना करना पड़ा।
विदेश मंत्री महमूद कुरैशी की कनाडा के सोशल मीडिया ऐक्टिविस्ट और पत्रकार एजरा लेवेंट से तीखी कहासुनी भी हो गई।
कुरैशी को कनाडा के जर्नलिस्ट ने जमकर फटकारा और उन पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार की शिकायत के बाद कुरैशी ने उनका ट्विटर अकाउंट ब्लॉक करवा दिया था।
गुरुवार को यह वाकया उस समय हुआ जब कुरैशी ‘डिफेंड मीडिया फ्रीडम’ नामक एक कार्यक्रम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे।
जिस कार्यक्रम में कुरैशी मौजूद थे वहां के एक वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि कुर्सियां खाली पड़ी हैं और प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए ज्यादा लोग मौजूद नहीं थे।
Just like Imran Khan, his leader, Shah Mehmood Qureshi has a rich experience of addressing empty chairs. pic.twitter.com/gVMhhkHBUW
— Murtaza Solangi (@murtazasolangi) July 12, 2019
कॉन्फ्रेंस के दौरान कुरैशी से पाकिस्तान में सेंसरशिप को लेकर सख्त सवाल पूछे गए। हाल ही में, पाकिस्तान की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक संस्था ने जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का इंटरव्यू प्रसारित करने को लेकर तीन निजी चैनलों के ट्रांसमिशन को सस्पेंड कर दिया था।
विदेश मंत्री पर भड़कते हुए पाक पत्रकार लेवेंट ने लिखा, ‘आपने मुझे सेंसर किया, मेरा कनाडा में ट्विटर अकाउंट है. मेरे ट्वीट से पाकिस्तान के ईशनिंद कानून का उल्लंघन हुआ इसलिए आपकी सरकार ने मेरा ट्विटर अकाउंट ब्लॉक करवा दिया।
क्या आप बता सकते हैं कि पाकिस्तान में आपकी इस्लामिक सुप्रीमेसी कनाडा में मेरी पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर कैंची क्यों चला रही है? पत्रकार ने आगे कहा, आपको शर्मिंदा होना चाहिए, आप कौन होते हैं कनाडा में मुझे चुप कराने वाले? आपको अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बिल्कुल पसंद नहीं है।’
पाकिस्तानी पत्रकार मुनीजे जहांगीर ने इस घटना का वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में लेवेंट कहते हैं कि आयोजकों को इस तरह के ‘सेंसर लगाने वाले ठग’ को आमंत्रित करने के लिए शर्मिंदा होना चाहिए। लेवेंट ने आगे कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी पर मंत्री का दोगलापन साफ दिखता है।
Quite embarrassing exchange with Shah Mehmood Qureshi in London today in the #DefendMediaFreedom conference. pic.twitter.com/moNk42sIVs
— Murtaza Solangi (@murtazasolangi) July 11, 2019