लोकसभा में नितिन गडकरी ने कहा- टोल का जन्मदाता मैं हूं, अगर आपको अच्छी सेवाएं चाहिए तो कीमत चुकानी पड़ेगी

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नई दिल्ली। यातायात नियमों के उल्लंघन में जुर्माना को बढ़ाने की मांग करते हुए सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक 2019 पेश किया.
यह विधेयक कैब एग्रीगेटर्स व तीसरे पक्ष से जुड़े बीमा के मुद्दों का विनियमन करता है. इस दौरान नितिन गडकरी ने सवाल का जवाब देते हुए बोला, जिंदगी भर बंद नहीं हो सकता.
उन्होंने कहा, “कम ज्यादा हो सकता है. टोल का जन्मदाता मैं हूं. अगर आपको अच्छी सेवाएं चाहिए तो कीमत चुकानी पड़ेगी. सरकार के पास पर्याप्त फंड नहीं है. गडकरी ने तृणमूल सांसद से कहा कि
जमीन अधिग्रहण नहीं होगा तो सड़कें क्या आसमान में बनेंगी? गडकरी अपने मंत्रालय के लिए अनुदान की मांग पर चर्चा का जवाब दे रहे थे.
गडकरी के मुताबिक राजमार्ग और भवन निर्माण क्षेत्र में प्रगति दोगुनी हो चुकी है. यह बहुत बड़ी प्रगति है। हर परियोजना हमारे लिए प्राथमिकता है. हम उसे पूरा करेंगे.

उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में सरकार ने 40 हजार किलोमीटर हाइवे का निर्माण किया. कुछ सदस्यों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में टोल से जुटाई रकम पर चिंता जताई थी.
गडकरी ने कहा कि उन क्षेत्रों में टोल लिया गया जहां लोग यह राशि दे सकते हैं. इन पैसों से ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में सड़कें बनाई जा रही हैं.
उन्होंने कहा हम 22 ग्रीन एक्सप्रेसवे बना रहे हैं. इनमें से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे एक है। इसके जरिए दिल्ली से मुंबई की दूरी 12 घंटे में तय करना संभव हो पाएगा.
यह गुड़गांव से शुरू होकर सवाई माधोपुर, अलवर, रतलाम, झाबुआ, बड़ोदरा से होकर मुंबई जाएगा. गडकरी ने कहा कि
दिल्ली-मुंबई मार्ग देशभर में तैयार किए जा रहे ग्रीन एक्सप्रेस हाइवे नेटवर्क का ही एक हिस्सा है.
गडकरी ने बताया कि अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को, जर्मनी और स्वीडन जैसे देशों की तरह ही देश में भी माल ढुलाई का अनोखा रास्ता तैयार होगा. गडकरी का कहना है कि
ग्रीन हाइवे के जरिये माल ढुलाई की लागत घट जाएगी क्योंकि इसपर ट्रेनों जैसे इलेक्ट्रिक सिस्टम से ट्रकों का संचालन किया जाएगा. नितिन गडकरी ने कहा कि
केंद्र सरकार में सड़क, पोत परिवहन और जल संसाधन के क्षेत्रों में 17 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को अवार्ड किया गया, लेकिन एक रुपये का भ्रष्टाचार नहीं हुआ.

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