मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर बोला हमला, रेप पीड़िता और उसके परिवार को MP में बसने का दिया न्योता
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी अब उन्नाव रेप कांड मामले में कूद पड़े हैं. उन्होंने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की मां और परिजनों को मध्यप्रदेश में आकर बसने का न्यौता दे दिया।
इसके साथ ही कमलनाथ ने केस से जुड़े सभी पांच मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी स्वागत किया।
सीएम के दफ्तर से हुए ट्वीट में कहा गया कि पीड़िता की मां और परिजनों से मैं अपील करता हूं कि वे सभी मध्यप्रदेश आकर बसने का निर्णय लें. हमारी सरकार आपके पूरे परिवार को संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करेगी।
बच्ची का हम बेहतर इलाज कराएंगे. उसकी बेहतर शिक्षा से लेकर संपूर्ण दायित्व हम निभायेंगे. किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं होने देंगे. दिल्ली केस ट्रांसफर होने पर आपके दिल्ली आने-जाने की भी पूर्ण व्यवस्था करेंगे।
बच्ची का हम बेहतर इलाज कराएँगे।उसकी बेहतर शिक्षा से लेकर सम्पूर्ण दायित्व हम निभायेंगे। किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं होने देंगे।
दिल्ली केस ट्रांसफ़र होने पर आपके दिल्ली आने- जाने की भी पूर्ण व्यवस्था करेंगे।
बच्ची का प्रदेश की बेटी की तरह हम ख़याल रखेंगे।
2/2— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 2, 2019
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट उन्नाव रेप कांड मामले में बेहद सख्त हो गया है. कोर्ट ने पीड़िता को 25 लाख रुपए का अंतरिम मुआवज़ा देने का आदेश तो
यूपी सरकार को दिया ही, साथ ही 45 दिन में सुनवाई पूरी किए जाने का एलान भी किया. अब पीड़िता और उसके वकील की सुरक्षा भी सीआरपीएफ के हवाले होगी।
सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के साथ कांग्रेस भी हमलावर हो रही है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तारीफ कर चुकी हैं।
प्रियंका गांधी की ओर से ट्वीट किया गया था कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से उन्नाव मामले में जो फैसला दिया गया है वह यूपी में जंगलराज की सरकार की नाकामी पर एक तरह की मुहर है।
साफ है कि कांग्रेस अब उन्नाव के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने में जुटी है. सुप्रीम कोर्ट की सख्ती ने भी कांग्रेस को मौका दे दिया है. आलाकमान से हौसला पाकर कमलनाथ ने परोक्ष रूप से यूपी की बीजेपी सरकार पर वार किया है, भले ही ये बात अलग है कि मध्यप्रदेश खुद रेप के मामलों में यूपी से पीछे नहीं बल्कि आगे ही है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला उप्र में फैले जंगलराज और सरकार की नाकामी पर एक मुहर है।
अब जाकर भाजपा ने माना कि उन्होंने एक अपराधी को संरक्षण दे रखा था और उसे पार्टी से निष्कासित कर अपनी गलती को सुधारने के लिए कम से कम एक कदम उठाया। pic.twitter.com/Zuh4h1W5a4
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 2, 2019