शाहजहांपुर: डीएम ने तीमारदारों के लिए बनाई रोटियाँ, टोकन लेकर खाया खाना

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शाहजहांपुर। जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बुधवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। मरीजों व प्रसूताओं से उनका हालचाल पूछा, स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी हासिल की।
बातचीत में मरीजों ने अस्पताल में कच्ची रोटी परोसे जाने की शिकायत की तो डीएम खुद अन्नपूर्णा भोजनालय पहुंच गए। उन्होंने रसोइए को रोटी बनाने का इशारा किया। रसोइया ने एक रोटी बनाकर दिखायी तो वे असंतुष्ट दिखे।

डीएम ने तीमारदारों

इसके बाद डीमए इंद्र विक्रम सिंह ने अपने हाथों में बेलन ले लिया और रोटी बनानी शुरू कर दी। डीएम ने रसोइया को गोल रोटी कैसे बनाते हैं, यह खुद बेलकर दिखाया।
डीएम ने तवे पर रोटी भी सेंकी। रोटी को सेंकने का तरीका भी समझाया। उन्होंने अन्य भोजन की भी गुणवत्ता परखी। इसके बाद दस रूपए का टोकन लेकर भोजन की थाली ली। तीमारदारों के बीच बैठकर खाना खाया।
डीएम ने महिला अस्पताल में प्रसूताओं को स्तन पान के बारें जागरुक किया। कहा कि, इस कार्य में स्टॉफ नर्स मदद करें। क्योंकि मां का दूध शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है। इसके सेवन से बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है।
डीएम इंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि हर कार्य का महत्व अपनी जगह है, चाहे वह भोजना पकाना क्यों न हो। यदि महिला सुस्वाद खाना नहीं बनाती है तो वह आलोचना का शिकार होती है।

लेकिन रोटी बेलना या खाना बनाना आसान नहीं है। किचन का काम सिर्फ महिलाओं का नहीं है। महिलाएं आज पुरुषों की बराबरी कर रही हैं। खाना बनाना एक कला है। पुरुषों को थोड़ा समय निकालकर पत्नी, मां व बहन की मदद करना चाहिए।
इससे बच्चों में एक आदत बनती है कि, वे अपना काम खुद करें। यदि खाना बनाना नहीं आता है तो सब्जी काटकर भी भी परिवार की महिलाओं की मदद की जा सकती है।

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