मंदी की मार : सस्ते होने के बावजूद बिल्डिंग मैटेरियल की डिमांड बेहद कम

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 मंदी का असर घर बनाने वाले सामान मौरंग, गिट्टी, सीमेंट और सरिया पर भी पड़ा है।
लोगों की खरीदारी क्षमता कम होने से बिल्डिंग मैटेरियल की डिमांड बहुत कम हो गई है,
इस सीजन में लोग निर्माण कार्य, फिनिशिंग  ज्यादा कराते हैं।
बाजार में मांग न होने से दो हजार तक ट्रक खड़े ह हैं। इससे ट्रकों के चालक पिछले करीब 20 दिन से घर में हैं। ट्रक मालिक भी परेशान हैं।
मांग न होने से मौरंग, गिट्टी, सीमेंट, सरिया के भाव भी कम हो गए हैं
लेकिन दूसरी चीजों में महंगाई इतनी है कि आम आदमी फिलहाल घर बनवाने की सोच नहीं पा रहा है।
उप्र गिट्टी मौरंग ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दीप अवस्थी ने बताया कि पहले मौरंग और गिट्टी के भाव तेज थे।
इसके चलते मांग कम थी। अब भाव गिरने के बाद भी बाजार बैठ गया है।
मांग बिल्कुल नहीं है। हालत यह है कि लोड ट्रक खड़े हैं लेकिन उन्हें लेने वाला कोई नहीं है।
कारोबारी परमजीत सलूजा ने बताया कि इस मौसम में घर आदि की फिनिशिंग का काम हो गया है,
मोटी मौरंग 5000 रुपये की सौ फीट बिक रही है। महीन मौरंग भी 7000 से 6500 रुपये सौ फीट आ गई है।
कारोबारी संजय गुप्ता ने बताया कि गिट्टी के भाव भी कम हुए हैं।
4400-4500 रुपये में बिकने वाली गिट्टी 4000-4200 रुपये में मिल रही है।
उप्र सीमेंट डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष निखिलेश दुबे ने बताया कि
मौजूदा समय में सीमेंट के भाव भी कम हो गए हैं।
380 रुपये प्रति पैकेट वाली सीमेंट 365 रुपये में आ गई है। मांग में 20 से 25 फीसदी की गिरावट आई है।
सरिया की मांग इस समय 15-20 फीसदी घटी है।
भाव भी इस समय सबसे कम हैं।
42-43 रुपये किलो बिकने वाली सरिया के भाव सात से आठ रुपये प्रति किलो कम हुए हैं।

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