जब मोदी के जन्मदिन पर मासूम छात्रों पर चली लाठियां

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  • समाज कल्याण विभाग व विद्यालय की अव्यव्यस्थाओं के खिलाफ मुखर होना छात्रों को पड़ गया भारी
  • 40 किलोमीटर पैदल डीएम से मिलने आ रहे छात्रों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
  • चठिया धनवार विद्यालय के छात्र पैदल जिला मुख्यालय पहुंचे
  • पुलिस ने रोकने का किया प्रयास तो भिड़े, पुलिस ने भांजी लाठियां
हरदोई। शाहाबाद के चठिया धनवार में आश्रम पद्धति विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय में अव्यवस्थाओं पर जमकर हंगामा किया।
इसके बाद डीएम से समस्याएं बताने के लिए पैदल ही 40 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय निकल पड़े।
बेहटा गोकुल पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया।
जिसमें पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई। इससे गुस्साए पुलिस कर्मियों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया।
जिसमें एक दर्जन छात्र घायल हो गए। छात्र पिटाई से आक्रोशित हो गए और थाने में तोड़फोड़ करने लगे।
एएसपी, एसडीएम ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी भी बात नहीं मानी।
देर शाम पुलिस की मौजूदगी में छात्र जिला मुख्यालय पहुंचे। डीएम ने छात्रों के साथ बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं।
डीएम ने एक शिक्षक को निलंबित और पांच सफाई कर्मचारियों पर कार्रवाई का आदेश दिया।
समाज कल्याण विभाग से जिले के कछौना और मझिला के चठियाधनवार में कक्षा छह से 12 तक आवासीय विद्यालय संचालित हैं।
जहां पर 250-250 बच्चों को शिक्षा दी जाती है। विद्यालय में काफी दिनों से अव्यवस्थाएं चल रही हैं।
न खाने का सही इंतजाम है न पढ़ाई, बिजली-पानी का। उसी को लेकर छात्र आक्रोशित हो गए।
विद्यालय से 40 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय को निकले बच्चों के झुंड को पुलिस ने रास्ते में रोकने की बहुत कोशिश की पर वह नहीं माने।
हरदोई शाहाबाद मार्ग पर बेहटागोकुल थाने के सामने पुलिस से वह भिड़ गए।
एएसपी त्रिगुण विसेन, एसडीएम शाहाबाद एपी श्रीवास्तव ने समझाया पर किसी सूरत में वह नहीं माने।
काफी देर हंगामा होता रहा तो पुलिस ने छात्रों को घेरकर थाना परिसर में बैठा लिया।
छात्रों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया।
जिसमें कई छात्र घायल हो गए। आक्रोशित होकर छात्रों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी।
करीब एक घंटा थाने पर रहने के बाद पुलिस ने उन्हें शांत होकर बस से हरदोई चलने की बात कही,
लेकिन वह नहीं माने। फिर पैदल ही चल दिए। कलेक्ट्रेट में भी हंगामा किया और डीएम को बुलाने की मांग पर अड़ गए।
कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम पुलकित खरे ने सभी के साथ बैठक कर उनकी बात सुनी तो वह शांत हुए।
प्रधानाचार्य की शिकायत पर उन्हें हटाने का आश्वासन दिया।
शिक्षक विनय कुमार की शिकायत पर उन्हें निलंबित और गंदगी पर पांच सफाई कर्मचारियों को हटाने का आदेश दिया।
डीएम ने छात्रों को भी काफी देर तक समझाया, तब वह शांत हुए।
डीएम ने समिति से जांच कराने का दिया आश्वासन : मंगलवार की शाम कलेक्ट्रेट पहुंचे छात्रों को डीएम ने शांति पूर्वक समझाया।
कुछ छात्रों के उपद्रव की बात सामने आई तो उन्हें चेताया भी।
उन्होंने बताया कि विद्यालय के खाते में एक लाख रुपये पड़े हैं।
जिससे इंतजाम कराया जाएगा। जो भी साफ सफाई या रोशनी, पानी की दिक्कत है।
तीन दिन में उसे सही करा दिया जाएगा।
छात्रों ने विद्यालय में पढ़ाई न होने, अध्यापकों के परेशान करने समेत जो अन्य आरोप लगाए उनकी समिति से जांच कराने का आश्वासन दिया।
कुछ छात्रों ने बताया कि पुलिस ने रास्ते में उन्हें पीटा, जिस पर डीएम ने कहा कि उसकी भी जांच कराई जाएगी।
समाज कल्याण अधिकारी पर लगाए आरोप : छात्रों ने प्रधानाचार्य से लेकर जिला समाज कल्याण अधिकारी तक की शिकायत की।
एक छात्र ने बताया कि समाज कल्याण अधिकारी कोई ध्यान नहीं देते हैं।
वह विद्यालय जाते भी हैं तो कुछ नहीं देखते। उनके ऊपर कई आरोप लगाए।
जिस पर डीएम ने उनकी भी जांच कराने का आश्वासन दिया।
एएसपी से हुई धक्कामुक्की : बेहटागोकुल थाने के बाहर हंगामा के समय एक बार तो ऐसा लगा कि बवाल हो जाएगा।
छात्र सड़क पर बैठ गए। एएसपी समझाने गए तो उन्हें धक्का तक दे दिया।
सीओे हरपालपुर को भी पीछे धकेल दिया।
अधिकारियों ने किसी तरह स्थिति संभाली और उन्हें समझाया।

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