एक और बड़ी चूक की पुलिस ने वृद्धा से क्रूरता मामले के बाद, पूरा मामला पढ़ें
मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल में बुजुर्ग महिला से हुई क्रूरता के बाद पुलिस की एक और बड़ी चूक सामने आई है।
सोमवार को मंडी पुलिस ने पीड़ित महिला को मंडी में मेडिकल और स्पॉट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया था।
लेकिन पीड़ित महिला की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए।
जिसके चलते बुजुर्ग महिला और उसकी बेटी हमीरपुर बस स्टैंड से एक निजी बस में मंडी के लिए रवाना हो गई।
इसकी सूचना जैसे ही महिला आयोग की अध्यक्ष को मिली।
आयोग की अध्यक्ष डेजी ठाकुर ने एसपी हमीरपुर को इस मामले में संज्ञान लेने के निर्देश दिए।
जिसके बाद दो किलोमीटर दूर दोसड़का में पीड़ित महिला को बस से उतारा और उसे परिधिगृह हमीरपुर लाया गया।
यहां पर आयोग की चेयरमैन डेजी ठाकुर, अतिरिक्त उपायुक्त रतन गौतम,
पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर, एसडीएम डॉ. चिरंज लाल चौहान,
महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की उपस्थिति में पीड़ित महिला का पक्ष सुना गया।
पीड़िता की बेटी ने कहा कि उनकी मां के साथ क्रूरता करने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।
ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो।
महिला आयोग की अध्यक्ष डेजी ठाकुर ने पीड़ित महिला और उसकी बेटी को आश्वासन दिया कि उन्हें पूरा न्याय मिलेगा।
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मुख्यमंत्री ने खुद इस मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि अंध विश्वास से बचने के लिए सामाज में जागरुकता के लिए कार्यक्रम शुरू होंगे।
उधर, डेजी ठाकुर ने कहा कि
हमीरपुर पुलिस को इस बात की जानकारी नहीं थी कि पीड़ित पक्ष को मंडी बुलाया गया है।
जिस कारण पीड़ित पक्ष बस में सवार हो गया था,
लेकिन बाद में उन्हें पुलिस सुरक्षा में मंडी भेजने की व्यवस्था की।
मंडी जिला के सरकाघाट में 6 नवंबर को बुजुर्ग महिला के मुंह पर कालिख पोत और जूतों की माला पहनाकर उसे सरेआम सड़क पर घसीटा गया।