मंत्री ओमप्रकाश राजभर तोड़ सकते हैं भाजपा से नाता, दे सकते हैं इस्तीफा

0
विभिन्न प्रदेशों के विधानसभा चुनाव के संभावित परिणामों से विचलित भाजपा को लोकसभा चुनाव में भी अपनी सहयोगी पार्टी से झटका मिल सकता है।
उत्तर प्रदेश में पार्टी के 16वें स्थापना दिवस पर सुहेलदेव भारत समाज पार्टी के अध्यक्ष और राज्य की योगी आदित्य नाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर शनिवार यानी आज राजधानी लखनऊ में बड़ी रैली करने जा रहे हैं।
खबर है कि इस मौके पर राजभर भाजपा और योगी मंत्रिमंडल से अलग होने का ऐलान कर सकते हैं। दरअसल एक हिंदी न्यूज चैनल से राजभर ने कहा कि
भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले जो वादा किया था उसे पूरा ही नहीं किया गया। अब पार्टी के स्थापना दिवस पर हमें कोई बड़ा फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा
उन्होंने कहा कि पिछड़ों को लेकर राज्य सरकार का रवैया उपेक्षापूर्ण रहा है। भाजपा नेता सार्वजनिक मंचों से पिछड़ों के हितों की बात तो करते हैं लेकिन फैसले के वक्त इसे टाल देते हैं।
राजभर के मुताबिक वह कई मौकों पर भाजपा आलाकमान से पिछड़े और गरीबों को आरक्षण का लाभ देने के लिए इसमें बंटवारे की गुजारिश की कर चुके हैं, मगर अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।
27 अक्टूबर को राजभर की पार्टी का 16वां स्थापना दिवस है। इसीलिए राजभर ने योगी सरकार को 26 अक्टूबर तक का वक्त दिया था। राजभर के मुताबिक,
‘भाजपा ने कहा था कि वो पिछड़ी जाति के बीच आरक्षण का बंटवारा करेगी। पिछड़ा, अति पिछड़ा और बहुत ज्यादा पिछड़ा करके सभी जातियों की भागीदारी तय की जाएगी, लेकिन ऐसा किया नहीं गया।’
उन्होंने कहा, ‘अब कितनी और प्रतिक्षा करें। मेरे लिए पिछड़ो का हित और उनकी समस्याओं का समाधान सत्ता से बड़ा है। छह महीने पहले भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी भरोसा दिया था कि
यह भी पढ़ें: नरेंद्र मोदी की बातों से, वादों से उठ चुका है जनता का भरोसा: मनमोहन सिंह
पिछड़ों और अति पिछड़ों के बीच आरक्षण बंटवारे के मुद्दे पर टोस कदम उठाए जाएंगे। मगर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब तो लोकसभा चुनाव आ रहे और फरवरी में अधिसूचना भी जारी हो जाएगी।’

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More