औरंगाबाद महाराष्ट्र में रेलवे ट्रैक पर सोए मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूरों की मौत

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हाइलाइट्स –
  • महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पटरी पर सोये प्रवासी मजदूरों के ऊपर से मालगाड़ी गुजरने से 16 की मौत
  • औरंगाबाद से गांव जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए पैदल चल रहे थे मजदूर, रात में ट्रैक पर ही सो गए
  • सभी मजदूर एक स्टील फैक्ट्री में काम करते थे, हादसा बदनापुर और करमाड के बीच सुबह हुआ
प्राप्त जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के औरंगाबाद के पास जहां ना रेलवे ट्रैक पर मध्य प्रदेश के 17 मजदूरों की मौत हो गई है हादसा औरंगाबाद जलाना रेलवे लाइन पर हुआ है कमांडो पुलिस मौके पर है यह घटना शुक्रवार सुबह 6:30 बजे हुई है फ्लाईओवर के पास पटरी पर सो रहे 17 प्रवासी मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई है
औरंगाबाद के एसटी मोक्षदा पाटील ने बताया कि सभी लोग जालना की एक कंपनी में काम करते थे और भुसावल जाकर ट्रेन पकड़ने वाले थे सभी लोग 45 किलोमीटर का सफर तय कर चुके थे और मध्य प्रदेश के रहने वाले थे एसपी ने बताया कि मृतकों में महिलाएं और बच्चों शामिल नहीं है यह घटना शुक्रवार तड़के करीब 5:15 बजे की हुई है मजदूर भुसावल से स्पेशल ट्रेन से मध्यप्रदेश के लिए जाने वाले थे ;

sleeping on railway tracks

औरंगाबाद –
महाराष्ट्र के औरंगाबाद  में पटरी पर सोये प्रवासी मजदूरों  के ऊपर से मालगाड़ी गुजरने से 16 की मौत हो गई है। मरने वालों में मजदूरों के बच्चे भी शामिल है। घटना शुक्रवार तड़के करमाड पुलिस स्टेशन थाने के अंतर्गत की है। दक्षिण मध्य रेलवे के सीपीआरओ ने बताया, ‘घटना करमाड के नजदीक हुई। खाली मालगाड़ी प्रवासी मजदूरों के ऊपर से गुजर गई।’
औरंगाबाद ट्रेन हादसे में एसपी मोक्षदा पाटिल ने एनबीटी को बताया कि इस हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत हुई है जबकि 3 लोग इस हादसे से सुरक्षित बच गए हैं जो पटरी के पास में बैठे हुए थे।
हादसे पर रेलवे ने बयान जारी कहा, ‘ट्रैक पर कुछ मजदूरों को देखकर लोको पायलट ने ट्रेन रोकने की कोशिश की लेकिन तब तक मजदूर उसकी चपेट में आ चुके थे। घटना बदनारपुर और करमाड स्टेशन के बीच परभानी-मनमाड़ सेक्शन की है। घायलों को औरंगाबाद सिविल अस्पताल ले जाया गया है। जांच के आदेश दिए गए हैं।’

पीएम मोदी ने दुख व्यक्त किया –

महाराष्ट्र दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल हादसे में जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं। रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है, वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।’
रेल मंत्री ने ट्वीट किया –
वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा, ‘आज 5:22 AM पर नांदेड़ डिवीजन के बदनापुर व करमाड स्टेशन के बीच सोये हुए श्रमिकों के मालगाड़ी के नीचे आने का दुखद समाचार मिला। राहत कार्य जारी है, और इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं। दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।’ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी शोक व्यक्त किया।

ट्रैक पर बिखरीं रोटियां –
हादसे के बाद ट्रैक पर मजदूरों के शवों के साथ रोटियां भी बिखरी हुई हैं जो उन्होंने खाने के लिए अपने पास रखी थीं। बताया जा रहा है कि प्रवासी मजदूर रेल की पटरियों पर सोये और अचानक उनके ऊपर मालगाड़ी गुजर गई। नींद में होने की वजह से किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला। घटनास्थल पर कुछ पुलिस अधिकारी और आरपीएफ मौजूद हैं।

थककर ट्रैक पर ही सो गए थे मजदूर –

सभी मजदूर एक स्टील फैक्ट्री में काम करते थे। हादसा बदनापुर और करमाड के बीच हुआ। सभी मजदूर औरंगाबाद से गांव जानेवाली ट्रेन पकड़ने के लिए जालना से औरंगाबाद पैदल जा रहे थे। रात अधिक होने के चलते सभी ने सटाना शिवार इलाके में पटरी पर ही अपना बिस्तर लगा लिया। सुबह इसी पटरी से एक माल गाड़ी गुजरी और 15 मजदूर उसकी चपेट में आ गए।

भुसावल से ट्रेन पकड़ने वाले थे मजदूर –
औरंगाबाद की एसपी मोक्षदा पाटिल ने बताया कि सभी लोग जालना में कंपनी में काम करते थे। भुसावल जाकर ट्रेन पकड़ने वाले थे। सभी लोग 45 किलोमीटर का सफर तय कर चुके थे। सभी लोग मध्य प्रदेश के रहने बाले थे ;
पढ़ें : हरि शंकर पाराशर( कटनी) की रिपोर्ट ~✍️

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