उपराष्ट्रपति, एम वेंकैया नायडू ने कहा कोरोना महामारी के बाद भी जीवन सामान्य होने में बहुत समय लगेगा
नई दिल्ली, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की महामारी के कारण अब सबका जीवन पहले जैसा नहीं रहेगा। लॉकडाउन ने हमें आभासी शांति के साथ-साथ आत्मचिंतन व मित्रों के साथ बातचीत का दुर्लभ मौका प्रदान किया है।
नायडू ने कहा ‘लॉकडाउन ने हमारी दिनचर्या में बाधा डालने के साथ-साथ हमें आत्मचिंतन करने और स्वजनों तथा मित्रों से संपर्क स्थापित करने का अभूतपूर्व मौका भी उपलब्ध कराया है। लॉकडाउन की तरफ से उपलब्ध कराए गए इस अवसर का मैं कभी न खत्म होने वाले मिशन कनेक्ट के रूप में इस्तेमाल कर रहा हूं। मैंने मित्रों, लंबे समय तक साथ काम करने वालों, नए-पुराने परिचितों, सांसदों, आध्यात्मिक गुरुओं और पत्रकारों से संपर्क करके उनका कुशलक्षेम पूछा और विचारों का आदान-प्रदान किया।’ नायडू ने कहा कि इस अभ्यास ने उन्हें काफी सुकून दिया।
नायडू के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान उन्होंने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, मनमोहन सिंह, एचडी देवेगौड़ा, एके एंटनी, शांता कुमार, राम नाइक, मोतीलाल वोरा, अहमद पटेल, केशुभाई पटेल, डॉ. एमएस स्वामीनाथन, मेट्रोमैन ई. श्रीधरन आदि से बातचीत की।
देश में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण ;
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है। वहीं, देश में अभी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, और मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बहुत ज्यादा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 70 हजार को पार कर गई है।
देश में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 70756 हो गई है। जिसमें से 22454 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है और देश में अभी कोरोना के एक्टिव संक्रमितों की संख्या 46008 है। देश में अभी तक कोरोना के कारण 2293 लोगों की जान जा चुकी है।
पुष्पेंद्र सिंह दिल्ली एनसीआर प्रमुख RJ