दर्दनाक हादसा : ट्रक और ऑटो की भिड़ंत में पत्नी और बच्चे की मौत, ऑटो ड्राइवर बोला- “अब घर जाकर क्या करूंगा”

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Rashtriya Judgement: फतेहपुर
दिल्ली-कोलकाता नैशनल हाइवे पर मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। हादसे में परिवार के दो लोगों की मौत हो गई। यह परिवार मुंबई से जौनपुर जा रहा था और ऑटो में था। ट्रक ने टक्कर मार दी और मौके पर ही मां, बच्ची की मौत हो गई। इस परिवार का सबकुछ बिखर गया।
पुलिस ने बताया कि जौनपुर के सराय ख्वाजा क्षेत्र का ऑटो ड्राइवर राजन यादव (35) मुंबई में रहता था। करीब 6 महीने पहले उसने मुंबई में जीवनयापन के लिए ऑटो खरीदा था। लॉकडाउन के चलते राजन के परिवार को काफी परेशानियां हो रही थीं। पत्नी संजू (33) की जिद पर राजन परिवार के कुछ लोगों के साथ शनिवार को मुंबई से ऑटो लेकर जौनपुर के लिए निकला।
ट्रक के पहिए ने कुचला
फतेहपुर के खागा कोतवाली क्षेत्र में नैशनल हाइवे पर तड़के किसी ट्रैक्टर या ट्रॉले ने ऑटो में टक्कर मार दी। इसकी चपेट में आकर राजन की पत्नी संजू और बेटी नंदिनी (6) की मौत हो गई, जबकि राजन, उसका बेटा नितिन और भांजे आकाश को मामूली चोटें आईं। इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह ने कहा कि जब ट्रक ने ऑटो को टक्कर मारी तब संजू और नंदिनी उसी तरफ बैठे थे। टक्कर लगने के बाद वे झटके से नीचे गिरे और ट्रक के पहिए के नीचे आ गए।
6 महीने पहले ही खरीदा था ऑटो
राजन ने बताया कि वह मुंबई में 13 साल से किराए का ऑटो चला रहा था। पूंजी बचाकर उसने छह महीने पहले ही ऑटो खरीदा था। परिवार बहुत खुश था, क्योंकि अब उसका काम अच्छा चल रहा था और बचत भी होने लगी थी। लेकिन लॉकडाउन के बाद उसकी कमाई बंद हो गई। लॉकडाउन खुलने के इंतजार में जो जमापूंजी थी, वह भी खत्म हो गई।
1500 किलोमीटर की दूरी नहीं समझ आई पर अब…
पत्नी और बेटी की मौत से दुखी राजन ने कहा कि वह मुंबई से फतेहपुर की लगभग 1500 किलोमीटर की दूरी तय करके आ गया। उसका परिवार उसके साथ था तो तीन दिनों की यह यात्रा आसानी से कट गई। उसका घर अब सिर्फ 200 किलोमीटर दूर बचा है, लेकिन अब उसे घर जाना बोझिल सा लग रहा है।
‘अब नहीं जाऊंगा वापस
राजन ने कहा कि उसने अपने जीवन के 14 साल मुंबई में बिताए। उसने बड़े-बड़े सपने देखे थे कि वह एक ऑटो से कई ऑटो खरीदेगा लेकिन अब उसके सारे सपने चूर हो गए हैं। जिस परिवार के लिए वह कड़ी मेहनत करना चाहता था, अब वही परिवार नहीं रहा। राजन ने कहा, ‘अब मैं किसके लिए कमाऊंगा। मेरा परिवार बिखर गया। अब मेरे पास कोई वजह नहीं है कि मैं मुंबई जाऊं। अब मैं जौनपुर में ही रहूंगा।’

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