मंदिरों के पुजारियों और महंतों की मदद करें मध्य प्रदेश सरकार
मठ मन्दिरो के पुजारियों महंतों व आचार्यो की मदद की सरकार से मांग
मथुरा वृन्दावन व बनारस में फंसे आचार्य व वटुकों को बुलाया जाए वापस
वैश्विक महामारी कोरोना से लॉकडाउन के कारण विगत दो माह से भी अधिक समय से प्रदेश के सभी मठ मन्दिर पूर्णतः बंद है जिनमे किसी प्रकार के धार्मिक, सामाजिक,कार्यक्रम, व संस्कार आदि पूर्णत: प्रतिबन्धित है साथ ही पिछले डेढ़ वर्ष से मध्यप्रदेश शासन के मठ मंदिरों के पुजारी महन्त एवं आचार्यों को प्राप्त होने वाला अनुदान भी बंद है ऐसी स्थिति में मठ मंदिरों की पुजारी अर्चक एवं आचार्यों के पास आय का कोई साधन न होने व धार्मिक आयोजनों से प्राप्त होने वाला दान न मिलने से उनके सामने अपने व अपने परिवार के भरण पोषण समस्या उत्पन्न हो गई है जिस पर अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद छतरपुर के जिला अध्यक्ष पं बीरेन्द्र कुमार तिवारी एडवोकेट ने मीडिया के माध्यम से प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ,भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा एवं कलेक्टर छतरपुर श्री शैलेंद्र सिंह से इस और गंभीरता से त्वरित कदम उठाकर आर्थिक सहयोग की मांग की है साथ ही छतरपुर जिले के लगभग 100 से अधिक संख्या में उत्तर प्रदेश के मथुरा एवं वृंदावन बनारस में अध्यापन कार्य करने वाले आचार्य अध्ययनरत बटुक एवं विभिन्न मंदिरों में पूजा एवं सहयोग करने वाले पुजारी अर्चक वैश्विक महामारी एवं लॉक डाउन की स्थिति में फंसे हुए हैं वर्तमान में मंदिरों में पूजा अर्चना एवं अध्ययन अध्यापन का कार्य पूर्णतः बंद है जिस कारण उनकी आर्थिक स्थिति भी अत्यंत दयनीय हो गई है व भरण पोषण हो पाना संभव प्रतीत नहीं होता है महामारी की विभीषिका व आर्थिक स्थिति का घर वापसी ही एकमात्र विकल्प शेष जिस पर कार्यवाही की जाकर मथुरा वृन्दावन व बनारस में अध्धयन अध्यापन करने वटुक आचार्यों की सागर जिले भांति विशेष बसों से बापस लाये जाने की मांग की है
राष्ट्रीय जजमेंट : हरिशंकर पाराशर की रिपोर्ट