चक्रवात Amphan तूफान ले सकता है खतरनाक रूप ,अगले 72 घंटे होंगे चिंताजनक

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नयी दिल्‍ली : कोरोना वायरस के संक्रमण से अभी देश बाहर भी नहीं निकल पाया है और अब एक और संकट हमारे सामने आकर खड़ा हो गया है. जी हां, मैं बात कर रहा हूं चक्रवाती तूफान अम्‍फान की.
बताया जा रहा है चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ आज शाम तक विकराल रूप ले लेगा और इसके चलते ओडिशा के तटीय इलाकों और पश्चिम बंगाल की गंगा नदी के पास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है. इस तूफान की विभीषिका का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसने राज्‍य सरकारों के साथ-साथ केंद्र सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘अम्फान’ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

ओडिशा सरकार जहां संवेदनशील इलाकों में रह रहे 11 लाख लोगों को निकालने की तैयारी कर रहा है, वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने तटीय जिलों के लिए अलर्ट जारी किया और राहत टीमें भेजी हैं. मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के लिए ‘ऑरेंज’ चेतावनी जारी की है और कहा कि ‘अम्फान’ 20 मई को दोपहर या शाम के दौरान अत्यंत प्रचंड तूफान के रूप में बांग्लादेश में हटिया द्वीप और पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश तट के बीच से गुजरेगा. इस दौरान 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो कभी भी 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं. विभाग ने कहा कि अत्यधिक तेज हवाओं से कच्चे घरों को बहुत ज्यादा नुकसान और ‘पक्के’ घरों को कुछ हद तक नुकसान पहुंच सकता है. चक्रवाती तूफान से जुड़ी हर से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.

किस देश ने चक्रवाती तूफान ‘अम्‍फान’ का नाम रखा

 खबर के अनुसार 1953 से मायामी नेशनल हरीकेन सेंटर और संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसी डब्लूएमओ तूफानों और उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नाम रखता रहा है. लेकिन 2004 के बाद स्थिति बदली और इस पैनल को भंग कर दिया गया और सभी देशों को अपने-अपने क्षेत्रों में आने वाले तूफानों के नाम रखने को कहा गया.
इसके बाद भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान, श्रीलंका और थाईलैंड कुल आठ देशों ने एक बैठक में हिस्सा लिया और सभी ने 64 नामों की एक सूची तैयार की. जिसमें हर देश ने आने वाले चक्रवातों के लिए आठ नाम प्रस्‍तावित किये. ये सभी नाम हर देश के अपने वर्ण क्रम के अनुसार हैं. इन्‍हीं के अनुसार तूफानों के नाम रखे जाते हैं. इस बार अम्‍फान नाम थाईलैंड ने दिया है. मालूम हो इससे पहले भी 2013 में चक्रवात का नाम पायलिन थाईलैंड ने ही रखा था. 2012 में चक्रवाती तूफान नीलम का नाम पाकिस्‍तान ने रखा था, उसी तरह नीलोफर का नाम भी पाकिस्‍तान ने ही रखा था.

तूफान ने लिया खतरनाक रूप, पीएम मोदी ने 25 NDRF की टीम को तैनात किया

मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी से उठने वाले तूफान ने खतरनाक रूप ले लिया है.जिसको देखते हुए पीएम मोदी ने 25 एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया है.

सुपर साइक्लोन में तूफान तेज हो गया, बुधवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर होने की संभावना है

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज कहा कि यह तूफान आज तड़के 2.30 बजे बंगाल की खाड़ी के ऊपर ’बेहद गंभीर’ हो गया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करने वाले हैं.

चक्रवात अम्फान और कोरोना वायरस की दौहरी चुनौती से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 37 टीम तैनात

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक ने कहा कि बल पूरी तरह से सभी उपकरणों और पैराफर्नेलिया के साथ तैयार है, जो “विकासशील स्थिति का सामना करने के लिए है, जो भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि आज शाम को एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और जारी रहेगा” कुछ समय के लिए ऐसा ही हो. “पश्चिम बंगाल और ओडिशा में NDRF द्वारा कुल 37 टीमों को तैनात किया गया है,

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने जारी की चेतावनी

मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान अम्फन के कारण अगले 4 दिनों के लिए भारी बारिश होने चेतावनी जारी की है. मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगले 24 घंटे के दौरान बंगाल की दक्षिणी खाड़ी में ना जाये. वहीं 17-18 मई के दौरान बंगाल की केंद्रीय खाड़ी और 18-20 मई 2020 के दौरान बंगाल की उत्तरी खाड़ी में ना जाये.
चक्रवाती तूफान अम्फान के मद्देनजर आज शाम 4 बजे पीएम मोदी गृह मंत्रालय और एनडीएमए के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे.

करवट ले सकता है मौसम

दिल्ली एनसीआर में एक बार फिर मौसम करवट ले सकता है. मौसम विभाग आशंका जताई है कि राजधानी और आसपास के इलाकों में तूज हवा चल सकती है, साथ ही दिनभर बादल भी छाए रह सकते हैं.

बिहार में भी बारिश की आशंका, अगले 72 घंटे अहम

पिछले साल फोनी तूफान के प्रभाव से बिहार में जबरदस्त बारिश हुई थी. इस साल अम्फान या अम-पुन नाम के तूफान से बिहार परेशान हो सकता है. यह तूफान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से उठा है. इसके ओड़िशा के पारादीप, पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के खेपूपारा में टकराने की उम्मीद है. हालांकि, इन तीनों समुद्री तटवर्ती क्षेत्रों में टकराने से बिहार का प्रभावित होना निश्चित है. हालांकि, मौसम विज्ञानी अभी इस तूफान के हिस्टोरिकल पाथ का पता लगा रहे हैं, ताकि अलर्ट जारी किया जा सके. फिलहाल आइएमडी, पटना के मौसम विज्ञानियों के मुताबिक उत्तर-पूर्व बिहार में असर ज्यादा पड़ेगा.

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