केरल : मानवता की मिसाल, कैंसर पीड़िता को दे दी अपनी जमीन

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मानवता की मिसाल पेश करते हुए केरल फायर एंड रेस्कयू सर्विसेज विभाग के स्टेशन अधिकारी AL Lazer ने ब्रैस्ट कैंसर से जूझ रही एक भूमिहीन महिला को अपनी जमीन दान में दे दी. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक त्रिशूर के कोडनूर की 57 वर्षीय ओमाना रैपेयी ब्रेस्ट कैंसर से लड़ाई लड़ रही हैं.
उन्होंने कोरोना लॉकडाउन के दौरान अस्पताल जाने के लिए सहायता मांगी थी. उनकी कीमोथेरेपी के लिए ‘केरल फायर ड्राइवर्स एंड मैकेनिक्स एसोसिएशन’ द्वारा हरसंभव सहायता प्रदान की गई. इसी क्रम में Lazer को महिला की कहानी के बारे में पता चला तो उन्होंने अपनी जमीन का एक हिस्सा उसके नाम कर दिया.
खास बात यह कि रजिस्ट्री के पैसे भी Lazer ने खुद खर्च किए. lazer की मदद पर शुक्रिया अदा करते हुए ओमाना बताती हैं कि वो करीब 12 साल से एक किराए के मकान में रह रही हैं. उनकी दो बेटियां, जिनकी शादी करने के लिए उन्होंने अपनी जमानी बेच दी थी. पति की कमाई पर घर का खर्च चलता था.

केरल फायर एंड रेस्कयू सर्विसेज विभाग के स्टेशन अधिकारी

मगर कुछ महीने पहले ही उनके पति एक दुर्घटना का शिकार हो गए. फिलहाल वो एक सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे हैं, लेकिन उससे काम चलता नहीं था. लिहाज़ा ओमाना ने एक दुकान पर काम करना शुरू कर दिया, मगर लॉकडाउन में वह दुकान बंद हो गई और ओमाना के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया.
‘केरल फायर ड्राइवर्स एंड मैकेनिक्स एसोसिएशन’ की तरफ से ओमाना के लिए एक घर बनाने का वादा किया था. जिसके लिए उन्हें जमीन की ज़रूरत थी. ऐसे में Lazor ने उनकी मदद करते हुए अपनी जमीन उन्हें उपहार में दे दी. केरल फायर एंड रेस्क्यू सर्विसेज के महानिदेशक हेमचंद्रन इस मामले में कहते हैं कि वो स्टेशन अधिकारी RL Lazor की मदद के बारे में सुनकर हैरान थे.
उन्हें लग रहा था कि Lazor ने यह निर्णय जोश में आकर लिया होगा. मगर, उन्हें जानकर खुशी हुई कि इस फैसले में Lazor के परिवार की सहमति थी. बदा दें, यह पहला मौका नहीं है जब Lazor इस तरह की मदद के लिए आगे आए हैं. इसके पहले राज्य में आई बाढ़ के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 लाख रुपए का दान दिया था. यही नहीं लॉकडाउन में लगातार लोगों के बीच दवाओं आदि बांट रहे हैं.

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