खाने के अभाव में अपने घर जाना चाहते हैं खनन मजदूर : उत्तराखंड

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खनन कार्य करने वाले करीब 500 मजदूरों को घर जाने से पुलिस प्रशासन ने शारदा खनन क्षेत्र पर रोक दिया है। पुलिस ने उन्हें वापस अपनी अपनी झोपड़ियों में जाने के निर्देश दिए हैं।
सोमवार को कोरोना संक्रमण से भोजन की किल्लत से परेशान खनन मजदूर समूह बनाकर अपने अपने घरों की ओर रवाना हो रहे थे।
इसकी सूचना जैसे ही पुलिस प्रशासन को तो टनकपुर पुलिस कोतवाल धीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में खनन क्षेत्र के लिए रवाना हो गई। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मजदूरों को रोका और कम से कम एक मीटर की पर बैठने को कहा।
ये सभी मजदूर बिहार, यूपी, मुरादाबाद ,दिल्ली आदि शहरों से आकर टनकपुर में खनन का कार्य करते हैं। लेकिन कोरोनावायरस की महामारी के चलते राज्य में लॉकडाउन कर दिया गया है।
अब इन मजदूरों के सामने खाने पीने की समस्या आ गई है। इन मजदूरों के साथ इनके छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। कोतवाल धीरेंद्र कुमार ने मजदूरों को बताया की दोपहर तक उनके खाने-पीने का इंतजाम हो जाएगा।उन्होंने सभी मजदूरों को वापस अपनी झोपड़ी में जाने को कहा है।
कोतवाल ने उन्हें बताया कि दोपहर को सभी मजदूरों के लिए गुरुद्वारे से भोजन की व्यवस्था कर सैलानीगोठ स्थित कालाझाला के समीप गौशाला में सभी मजदूरों को खाना खिलाया जाएगा। उन्होंने मजदूरों से अपनी अपनी झोपड़ी में रहने के निर्देश दिए हैं।

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