देश में लॉकडाउन को अनलॉक करने की बात चल रही हैं, वहीं कुछ राजनीतिक दलों में रिश्तों के अनलॉक करने का इशारा मिल रहा है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर समाजवादी पार्टी और यादव परिवार में एका होने का इशारा मिल रहा है। चुनाव से पहले चाचा शिवपाल और अखिलेश यादव एक साथ आ सकते हैं, यदि ऐसा होता है तो विरोधी पार्टियों के लिए आऩे वाले चुनाव काफी मुश्किल भरे हो सकते हैं।
दरअसल, इटावा में होने वाले लोहिया ट्रस्ट के भवन के उद्धाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शिवपाल ने अखिलेश को न्योता भेजा था, जिसके बाद शिवपाल यादव का एक बयान भी सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा, अगर कद के हिसाब से उन्हें पार्टी में पद मिलता है, तो सभी दरवाजे खुले हैं। इसके बाद एक बार फिर सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई कि क्या शिवपाल यादव फिर से सपा में वापसी करेंगे या फिर दोनों गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे।
गौरतलब हो कि वर्ष 2018 में समाजवादी पार्टी से अलग होकर शिवपाल यादव ने अपनी अलग प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन कर लिया था। इतना ही नहीं उन्होंने लोकसभा चुनाव में सपा के खिलाफ प्रत्याशी भी उतारे थे। वे खुद रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय के खिलाफ मैदान में उतरे थे इसके बाद से अखिलेश यादव और शिवपाल के बीच दरार बढ़ती चली गई, लेकिन लॉकडाउन में एक बार फिर दोनों के बीच दूरियां मिटती नजर आ रही हैं।
कहा जा रहा है कि दोनों के बीच कई बार मुलाक़ात भी हुई है। पिछले दिनों जब सपा संरक्षक मुलायम सिंह मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट हुए तो वहां भी शिवपाल पहुंचे थे। इस दौरान भी दोनों के बीच मुलाक़ात की बात कही जा रही थी।