मोहब्बत- पाकिस्तानी लड़की के प्यार में बांग्लादेश से पहुंचा पंजाब,अटारी बार्डर पर पुलिस ने पकड़ा
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के चलते शहर में लॉकडाउन तोड़ने वालों पर पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है,
वहीं प्यार की भी पहरेदार बन रही है, लेकिन कहते है न प्यार सचा हो तो हर रिश्ता निकल आता है।
एक एेसी ही अनोखी प्रेम कहानी सामने आई है,
जहां पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश का एक लड़का अपने प्यार के लिए करीब 2000 किलोमीटर दूर अमृतसर आ पहुंचा।
उसे यहां से करीब 27 किलाेमीटर दूर लाहौर जाना था, तब तक बार्डर पर ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
घुसपैठ करने के आरोप में किया गिरफ्तार
मोहब्बत में डूबे से लड़के ने यह नहीं सोचता कि इस का अंजाम क्या होगा। बस चलता रहा।
चलते-चलते काेलकाता से भारतीय सीमा ताे लांघ आया लेकिन अटारी बॉर्डर पर फंस गया।
यहां पाकिस्तान जाने की कोशिश करते समय बीएसएफ ने उसे घुसपैठ करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
युवक की पहचान नयन मियां उर्फ अब्दुल्लाह निवासी शरीयतपुर बांग्लादेश के रूप में हुई है।
जब पूछताछ हुई तो मियां ने सच्चाई बताई।
फेसबुक में हुई पाकिस्तानी लड़की से मुलाकात
एक वेबसाइड में छपी खबर के मुताबिक अब्दुल्लाह ने पुलिस को बताया कि वह लाहौर की रूबीना से दोस्ती फेसबुक पर हुई थी।
दोनों रात-भर बातें करते थे। फिर ये दोस्ती प्यार में बदल गई।
धीरे-धीरे बात निकाह तक पहुंच गई तो रूबीना ने पाकिस्तान बुला लिया।
घर से पाकिस्तान की दूरी बहुत ज्यादा है। इस कारण मिलना कठिन हो गया।
कोरोना के चलते जब लॉकडाउन लगा तो हर तरफ से रास्ते बंद हो गए।
रूबीना ने वादा किया था हमारे मुल्क में आ जाए तो निकाह कर लेंगे।
रात-दिन भूखा-प्यासा पैदल किया सफर
अब्दुल्लाह ने अपनी मोहब्बत की कहानी सुनाई तो हर किसी को हैरान कर दिया उसने बताया कि अपने सीमा लांघकर भारतीय सीमा में दाखिल हुआ।
यहां से कोलकाता आया। फिर पैदल ही दिल्ली पहुंचा। यहां से फिर पैदल अमृतसर आ गया।
रूबीना से मिलने की आश में रात-दिन भूखा-प्यासा पैदल सफर करता रहा।
कहीं कुछ मिलता तो खा लेता।
लोगों ने भी बीच रास्ते में मदद की और खाने का सामान उपलब्ध कराया।
अमृतसर पहुंचा तो उम्मीद जगी कि अब लाहौर जाकर अपनी रूबीना से मिल लूंगा।
लेकिन यहां चारों तरफ जवान थे। फेंसिंग के चलते रास्ता नहीं मिल पा रहा था और पकड़ा गया।’
नहीं मिली कोई संदिग्ध वस्तु
पुलिस ने बताया कि युवक सोमवार दोपहर को काहन गढ़ पुलिस चौकी के अधीन आते भारत-पाकिस्तान बाॅर्डर पर घूम रहा था।
वह सरहद पार जाने की फिराक में था लेकिन फेंसिंग के चलते उसका दाव नहीं लग रहा था।
इसी दौरान बीएसएफ के जवानों ने उसे देख लिया और काबू कर लिया।
इसके बाद उसे काहन गढ़ की पुलिस के हवाले कर दिया गया।
उसके पास से कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।