नई दिल्ली. कोरोना वायरस के चलते लागू किए लॉकडाउन में देशभर में मंदिर,धार्मिक स्थल, मॉल, शॉपिंग सेंटर और रेस्टोरेंट्स होटल सब-कुछ 24 मार्च को बंद कर दिया गया था।
लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन को धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से 1 जून से खोलना शुरू कर दिया है।
दूसरा चरण 8 जून से शुरू हो रहा है।
जिसमें मंदिर,धार्मिक स्थल, मॉल, शॉपिंग सेंटर और रेस्टोरेंट्स होटल खोलने की अनुमति दी गई।
हालांकि कई राज्यों और शहरों में इन्हें खोलने की अनुमति नहीं दी गई है।
लेकिन दिल्ली सरकार से अनुमति मिलने के बाद रविवार को राजधानी में धार्मिक स्थल जैसे मंदिर, गुरुद्वारे, मस्जिद और चर्च की प्रबंधक समितियों ने इन्हें खोलने की तैयारी शुरु कर दी।
सोमवार से एक बार फिर धार्मिक स्थलों में आरती, कीर्तन, अजान और प्रार्थनाएं सुनाई देगी।
राजधानी में कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों के प्रबंध समितियों से धार्मिक स्थलों के लिए बनाई गई गाइडलाइन का पालन के निर्देश दिए है।
ताकि श्रद्धालुओं का भीड़ एक साथ नहीं उमड़े और कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन का खतरा नहीं हो।
झंडेवाला मंदिर
दिल्ली का प्रसिद्ध झंडेवाला मंदिर सोमवार से खुलने जा रहा है।
झंडेवाला मंदिर के मीडिया प्रभारी नंद किशोर सेठी ने बताया कि झंडेवाला मंदिर में श्रद्धालुओं को कोरोना से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
मंदिर में एंट्री से पहले श्रद्धालुओं को सेनिटाइज करने के लिए एक सुरंग बनाई गई है।
दो श्रद्धालुओं के बीच पर्याप्त गेप रहे यह सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में निशान लगाए गए हैं।
सेठी ने कहा कि मंदिर में एंट्री से पहले श्रद्धालुओं के शरीर का तापमान मापा जाएगा।
यदि तापमान सामान्य से अधिक हुआ तो एंट्री नहीं दी जाएगी।
यदि किसी श्रद्धालु के पास उस वक्त मास्क नहीं हुआ तो मंदिर की ओर से उसे मास्क भी मुहैया कराया जाएगा।
एहतियात के तौर पर 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं,
10 साल से कम उम्र के बच्चों और कई बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों को मंदिर में एंट्री नहीं दी जाएगी।
मंदिर में किसी तरह का प्रसाद और फूल मालाएं नहीं चढ़ाई जाएंगी।
जामा मस्जिद
दिल्ली की सबसे बड़ी ऐतिहासिक जामा मस्जिद में लॉकडाउन के दौरान एक वक्त में 75 हजार नमाजी आते थे।
जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने बताया कि-
लॉकडाउन के बाद सोमवार से अब एक बार में अब आधे लगभग 30 हजार लोग ही आ पाएंगे।
उन्होंने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के लिए नमाजियों के लिए स्टीकर लगाए गए हैं।
बिना थर्मल स्कैनिंग और मास्क की एंट्री नहीं होगी,
पहले के मुकाबले अब एक रौ छोड़कर नमाजी को दूसरे रौ में नमाज के लिए बैठना होगा।
बुखारी ने बताया कि इमाम के मुख्य नवाज फर्ज नमाज के के तुरंत बाद नमाजी घर जाकर सुन्नत पुरा पढ़ेंगे।
बुखारी ने कहा कि-
15साल से नीचे और 65साल से अधिक उम्र, क्रॉनिकल बीमारी से ग्रस्त नमाजी अपने घर से नमाज पढ़े।
मस्जिद के डिप्टी इमाम सैय्यद शबाब बुखारी ने बताया कि अब नमाजियों को कोरोना संक्रमण को देखते हुए तालाब को बंद कर दिया गया है,
इसलिए उन्हें वुजू अपने घर से करके आने के लिए कहा गया है।
गुरुद्वारा बंगला साहिब
यहां लॉकडाउन से पहले रोजाना 40-50 हजार और रविवार को एक लाख श्रद्धालु आते हैं।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि –
यहां श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए हमने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए फुल प्रूफ उपाय करने का प्रयास किया है।
उन्होंने बताया कि पहले के मुकाबले गुरुद्वारे में प्रवेश के लिए एक के बजाय 4 प्रवेश द्वार बनाए है।
जिससे भीड़ कम हो, लोग जल्दी गुरुद्वारे में प्रवेश करे।
प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग होगी और जिसे बुखार होगा उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
बिना मास्क गुरुद्वारे में प्रवेश नहीं दिया परिसर में प्रवेश करने के लिए दो बड़े टनल लगाए गए हैं जो पैर के नाखुन से सर तक को चंद सेकेंड में सेनिटाइज्ड कर देगा।
दर्शन के बाद तुरंत श्रद्धालु को वहां हटना होगा, जिससे और श्रद्धालु दर्शन कर सके।
गुरुद्वारे में बैठकर सुमिरण, पाठ की इजाजत नहीं होगी।
इसके साथ ही एसी सेंट्रलाइज्ड होने के कारण बंद कर दी गई है। अभी सरोवर को भी बंद रखा गया है।
बढ़ते मरीज, नहीं खुलेगा हनुमान मंदिर
यमुना बाजार स्थित दिल्ली के प्रसिद्ध मरघट वाले हनुमान मंदिर में श्रद्धालु अभी नहीं जा सकेंगे।
मंदिर प्रबंधन ने एहतियात के तौर पर अभी इसे बंद ही रखने का फैसला किया है।
21 जून तक मंदिर बंद ही रहेगा।
मंदिर की प्रमुख माता सावित्री देवी शर्मा ने कहा कि राजधानी में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं।
ऐसे में श्रद्धालुओं की जान जोखिम में नहीं डाल सकते।
दिगबंर जैन मंदिर भी सोमवार से खुलेगा
नोएडा सेक्टर 27 स्थित दिगंबर जैन मंदिर भी सोमवार से खुलने जा रहा है।
मंदिर के प्रबंधक सुबोध जैन ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही लोग मंदिर में आएंगे।
मंदिर के बाहर लोग परेशान न हों इसलिए मंदिर के बाहर बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की जा रही है, ताकि लोग आराम से बैठ सकें।
सुबह 6 से 10 और शाम को 6 से 8 बजे तक मंदिर दर्शनों के लिए खुलेगा।