WHO- जिन कोरोना संक्रमितों में लक्षण नहीं उनसे खतरा कम,परन्तु यह चुनौती भी है और चेतावनी भी
जेनेवा-विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) ने कहा है कि-
बिना लक्षण वाले मरीजों से संक्रमण फैलने का खतरा कम है।
हालांकि डब्ल्यूएचओ ने देशों से कोरोना को अभी हल्के में नहीं लेने की चेतावनी भी दी है।
डब्ल्यूएचओ की यह राय दुनियाभर के कई विशेषज्ञों की उस चेतावनी से इतर है जिसमें उन्होंने कहा है कि –
ऐसे मरीजों की वजह से संक्रमण तेजी से फैल सकता है।
विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि ऐसे मरीजों की वजह से महामारी को रोक पाने में कठिनाई आ रही है।
कई देशों में बिना लक्षण वाले केस-
कोविड-19 मामलों से जुड़ीं डब्ल्यूएचओ की अधिकारी मारिया वैन केरखोव ने यहां कहा कि –
कई देशों में बिना लक्षण वाले या बिना क्लीनिकल लक्षण वाले मरीजों से संक्रमण के प्रसार के मामले सामने आ रहे हैं।
लेकिन जब इनकी विस्तार से जांच की जाती है तो ये हल्की बीमारी या असामान्य लक्षण के मामले निकलते हैं।
हालांकि, ब्रिटेन, अमेरिका और कुछ अन्य देशों के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बिना लक्षण वाले मरीजों से संक्रमण के फैलने को लेकर चेतावनी दी है।
ऐसे मामलों से जोखिम कम-
वहीं डब्ल्यूएचओ का मानना है कि इस तरह का प्रसार इस महामारी का मुख्य कारक नहीं है।
संक्रमण के प्रसार में इसका योगदान ज्यादा से ज्यादा सिर्फ छह प्रतिशत है।
वैन केरखोव ने कहा कि विभिन्न देशों से मिले डाटा के मुताबिक बिना लक्षण वाले मरीजों से संक्रमण फैलने का मामला बहुत कम पाया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस डाटा का लगातार अध्ययन किया जा रहा है और इस बारे में विभिन्न देशों से सही जवाब मांगे जा रहे हैं।
कोरोना को अभी हल्के में न लें-
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एढनोम घेब्रेयेसस ने दुनिया के देशों से अभी कोविड-19 को हल्के में नहीं लेने का अनुरोध किया है,
क्योंकि यह बहुत तेजी से फैल रहा है।
उन्होंने कहा कि रविवार को दुनियाभर में एक लाख 36 हजार से ज्यादा मामले सामने आए,
जो एक दिन में सामने आए मामलों की सबसे बड़ी संख्या है।
डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि मध्य अमेरिकी देशों में अभी यह महामारी गंभीर अवस्था में नहीं पहुंची है।