उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित अनामिका शुक्ला फ़र्ज़ी शिक्षिका प्रकरण में गुरुवार को कासगंज पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है, इस पूरे प्रकरण के मास्टरमाइंड दो भाइयों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है,
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम जसवंत सिंह बताया गया है, वहीं दूसरे प्रमुख अभियुक्त राज उर्फ़ नीतू उर्फ़ गुरु उर्फ़ पुष्पेंद्र की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार प्रयास में लगी हुयी है,
कासगंज पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार घुले ने जनपद की सोरों कोतवाली पर आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान यह बताया कि अनामिका शुक्ला के कागजातों पर शिक्षण का कार्य कर रही गिरफ्तार नकली शिक्षिका सुप्रिया के वयानों के आधार पर उन्होंने ऐसे दो अभियुक्तों की पहचान की जो असली शैक्षणिक व पहचान सम्बन्धी कागजातों के प्रतिरूप बनाकर लोगों को लाखों रुपयों में बेचते थे,

उन्होंने यह भी बताया कि ये दोनों पेशेवर अभियुक्त आपस में भाई भाई हैं और पिछले 7 वर्षों में जाली कागजात बनाकर 20 से अधिक नकली शिक्षक व शिक्षिकाओं को सरकारी स्कूलों में भर्ती करवा चुके हैं, जाली कागजात बनाकर बेचने के मामले में इन दो भाइयों का पूरे सूबे में अच्छा खासा नेटवर्क है, पुलिस इस पूरी नेटवर्क को तलाशने में जुट गयी है
इस बीच एक और अहम् खुलासा हुआ कि गिरफ्तार अभियुक्त जसवंत पुत्र महाराम सिंह निवासी थाना भोगांव जनपद मैनपुरी जो कि स्वयं बीए फेल है और किसी वैभव नाम के व्यक्ति के जाली कागजातों के आधार पर वह एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय रामपुर बरौली जनपद कन्नौज में बतौर प्रधानाचार्य पद पर वर्ष 2015 से नियुक्त है,
गिरफ्तार अभियुक्त के मोबाइल से ऐसा तमाम संदिग्ध डाटा मिला है जो इस बात को और भी पुख्ता करता है कि उनके काम करने का अंदाज कितना शातिराना है,
फ़िलहाल जनपद कासगंज से सम्बंधित इस प्रकरण के प्रमुख आरोपियों की गिरफ्तारियां हो चुकीं हैं, एक फरार अभियुक्त राज उर्फ़ नीतू उर्फ़ गुरु उर्फ़ पुष्पेंद्र की गिरफ्तारी को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं,