बाबा ने हाथ चूमे तो 19 लोगों को हो गया कोरोनावायरस एवं प्रदेश का कोरोना अपडेट

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कोरोना बीमारी से इलाज के लिए सरकार लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। उसके बावजूद भी कुछ
लोग अंधविश्वास के चक्कर में पड़ जा रहे हैं। रतलाम में कुछ अंधविश्वासी लोग कोरोना के लक्षण दिखने के बाद
इलाज करवाने के लिए एक बाबा के पास जाते थे। कोरोना से 4 जून को बाबा की मौत हो गई है। उसके बाद
इलाज कराने गए लोगों की रिपोर्ट भी दनादना कोरोना पॉजिटिव आ रही है। अब रतलाम शहर में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल, रतलाम के नयापुरा इलाके में रहने वाला असलम बाबा लोगों का हाथ चूम कर इलाज करता था।
अंधविश्वास के चक्कर में पड़ कर शहर के लोग उसके पास इलाज करवाने जाते थे। असलम बाबा खुद कोरोना
से संक्रमित था, उसके बाद भी वह लोगों से मिलता रहा था। 4 जून को असलम बाबा की मौत हो गई। बाबा के संपर्क में आए लोगों की रिपोर्ट अब कोरोना पॉजिटिव आ रही है।
19 लोग अब तक संक्रमित-
स्थानीय अखबार की रिपोर्ट के अनुसार बाबा के संपर्क में आए 19 लोगों की रिपोर्ट अब तक कोरोना पॉजिटिव
आई है। जिला प्रशासन ने 29 बाबाओं को क्वारंटीन भी किया है। दरअसल, मंगलवार रात रतलाम शहर में 24
लोगों की रिपोर्ट  पॉजिटिव आई थी। 24 में से 13 लोग नयापुरा इलाके के थे, जो बाबा के संपर्क में आए थे।
जानकारी के अनुसार असलम बाबा हाथ चूम कर कोरोना का इलाज करता था। प्रशासन द्वारा जागरूकता
चलाए जाने के बाद भी स्थानीय लोग असलम से इलाज कराने जाते थे। वह तंत्र-मंत्र के जरिए कोरोना भगाने का
दावा करता था। 4 जून को बाबा की कोरोना से मौत हुई,
उसके बाद इसके संपर्क में आए लोगों की पड़ताल शुरू की गई, जिसमें से 7 जून को 6 लोगों की रिपोर्ट
पॉजिटिव आई। गौरतलब है कि एमपी में कोरोना मरीजों की संख्या 10 हजार के पार पहुंच गई है। बुधवार को
सिर्फ 200 मरीज सामने आए हैं। राजधानी भोपाल में भी बुधवार को 85 नए कोरोना मरीज मिले हैं, जबकि
इंदौर में कोरोना के 51 मरीज मिले हैं।
प्रदेश में 1034 कंटेनमेंट क्षेत्र, 9580 पुलिस फोर्स तैनात, रिकवरी रेट बढ़कर पहुंचा 68.6 प्रतिशत
कटनी। कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश में मंगलवार के दिन
सर्वाधिक 7150 सेम्पल लिए गये। प्रदेश में 22 लैब कार्य कर रही हैं। कुल 1109 फीवर क्लीनिक से नागरिकों
को सेवायें मिल रही हैं। टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की क्षमता लगातार बढ़ी है।
प्रदेश में अब तक 10 हजार 49 प्रकरण में 2730 एक्टिव केस हैं। कुल 6892 रोगी पूरी तरह स्वस्थ हो गये हैं।
डबलिंग रेट 31 दिवस है। यह रेट देश में 14.17 दिवस है। प्रदेश के 51 जिलों में 10 जून तक 2 लाख 23
हजार 948 सेम्पल लिये गए हैं।
अलीराजपुर, हरदा और होशंगाबाद में गत 21 दिवस में कोई भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है। सिवनी में
पिछले 19, झाबुआ में पिछले 15 और सीहोर में पिछले 10 दिन में कोई पाजीटिव केस नही आया। प्रदेश में 13
अप्रेल को मात्र 9 प्रतिशत रिकवरी रेट था, जो अब 70 प्रतिशत है। इसमें निरंतर सुधार हो रहा है। प्रदेश में अभी
1034 कंटेनमेंट क्षेत्र हैं। इनसे 8.94 लाख आबादी कवर हो रही है।
कुल 1171 मोबाइल मेडिकल यूनिट कार्य कर रही हैं। जो रोगी भर्ती हैं उनमें भोपाल, इन्दौर और उज्जैन को
छोड़कर शेष जिलों के अस्पतालों में बिस्तर क्षमता के मुकाबले आइसोलेशन में (संदिग्ध और पॉजिटिव रोगी)
औसतन 21 प्रतिशत क्षमता का उपयोग करने की जरूरत पड़ रही है। भोपाल और उज्जैन जिलों में कुल बिस्तर
क्षमता के मुकाबले क्रमशरू 47 और 3 प्रतिशत का ही उपयोग हो रहा है।
आई.सी.यू. व्यवस्था का भी भोपाल में 34 प्रतिशत और उज्जैन में सिर्फ 10 प्रतिशत उपयोग हो रहा है। इन्दौर
में जनरल वार्ड की उपयोगिता का प्रतिशत 19 और आई.सी.यू. का 31 है। कोरोना संक्रमण की व्यवस्थाओं में
पुलिस फोर्स के 9580 अधिकारी-कर्मचारी तैनात हैं, इनमें 6381 आरक्षक, 1812 प्रधान आरक्षक, 711
ए.एस.आई., 422 सब इन्सपेक्टर, 164 इन्सपेक्टर, 70 डी.एस.पी. और 20 एडिशनल एस.पी. शामिल हैं
प्रदेश में रिकवरी रेट बढ़कर पहुँचा 68.6 प्रतिशत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि प्रदेश में
वायरस के नियंत्रण में निरंतर सफलता मिल रही है, लेकिन चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ और प्रशासनिक
अमले को सक्रियता बनाये रखना है विशेष रूप से उन जिलों में लगातार सतर्कता की आवश्यकता है जहां अभी
भी पॉजिटिव केस अधिक आ रहे हैं।
आज जिन जिलों में नये पाजीटिव केस आये हैं उनके संबंध में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पृथक से समीक्षा करते हुए
रोगियों के समुचित उपचार और वायरस नियंत्रण के लिए सभी उपायों को अमल में लाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना वायरस स्प्रेड न हो,
इसके लिए सभी जिलों में आवश्यक सावधानी बरतने के निर्देश दिये हैं। समीक्षा बैठक में बताया गया कि प्रदेश
में कोरोना से स्वस्थ होने वाले रोगियों का प्रतिशत बढ़कर 68.6 हो गया है जो शुभ संकेत है। समस्त राज्यों में
राजस्थान में ही मध्यप्रदेश से अधिक 74 प्रतिशत रिकवरी रेट है। देश का औसत रिकवरी रेट 48.7 प्रतिशत है।
बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक  विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य
मोहम्मद सुलेमान, अपर सचिव मुख्यमंत्री  ओमप्रकाश श्रीवास्तव उपस्थित थे। मुख्यमंत्री  चौहान ने छिंदवाडा
और देवास जिलों में वायरस नियंत्रण प्रयासों की अलग से समीक्षा की।
बैठक में बताया गया कि बैंक नोट प्रेस देवास के एक कर्मचारी की आज छिंदवाड़ा में मृत्यु के बाद एहतियातन
छिंदवाड़ा जिले में 32 व्यक्तियों और देवास में 41व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं उन्हें
आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गये।
यह व्यक्ति देवास से छिंदवाड़ा पहुंचा था। मुख्यमंत्री  चौहान ने प्रत्येक पॉजिटिव केस और मृत्यु के केस के
संदर्भ में इसी तरह से सजग, सतर्क रहने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि अन्य प्रदेशों की तुलना
में मध्यप्रदेश में वायरस को नियंत्रित करने के बेहतर प्रयास हो रहे हैं और इसके परिणाम भी बेहतर मिल रहे
हैं। इसके बावजूद निरंतर सावधानी की आवश्यकता है।
हरिशंकर पाराशर-राष्ट्रीय जजमेंट, कटनी

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