रुक गया शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार, अनेक मुद्दु पर फंसा पेंच
मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार मंगलवार को नहीं हो सकेगा। कुछ मुद्दों पर पेच फंसने से विस्तार बुधवार को होने की संभावना है। इसके चलते सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, संगठन महासचिव सुहास भगत और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की भोपाल वापसी का कार्यक्रम टल गया है।
वहीं, मप्र राज्यपाल पद का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहीं यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी भोपाल जाने का कार्यक्रम टाल दिया है। भाजपा सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ मंत्री नरोत्तम मिश्रा को अचानक दिल्ली बुलाया गया है। मंत्रिमंडल विस्तार के लिए कई दौर की बैठकें होनी हैं। इसके बाद तय होगा कि विस्तार कब होगा।
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व ने मंत्रिमंडल विस्तार को हरी झंडी दे दी है, मगर किन चेहरों को जगह मिले, इस पर अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। खासतौर पर कांग्रेस से बगावत कर सिंधिया के साथ भाजपा में आए 22 विधायकों का मामला सुलझ नहीं पाया है। यह तय नहीं हो पा रहा है सिंधिया समर्थक कितने विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया जाए
*सिंधिया ने सौंपे हैं आठ विधायकों के नाम*
गौरतलब है कि सिंधिया खेमे के 22 में से छह विधायक कमलनाथ सरकार में मंत्री थे। इनमें से दो पहले ही कैबिनेट में शामिल हो चुके हैं। सिंधिया ने आठ और नाम कैबिनेट के लिए सौंपे हैं। इनमें कुछ नाम ऐसे हैं जिन्हें मंत्री बनाने पर भाजपा को अपने कद्दावर नेताओं की अनदेखी करनी होगी। ऐसे में असंतोष का डर है।
नेतृत्व नहीं चाहता कि ऐसे समय पार्टी में फूट पड़े जब जल्द ही उपचुनाव हैं। गौरतलब है कि रविवार से ही राजधानी में डटे शिवराज ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और सिंधिया के साथ लगातार बैठकों के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी
*सिंधिया को जल्द मंत्री बनाने का आश्वासन*
इस क्रम में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए सिंधिया को जल्द ही कैबिनेट में जगह देने का आश्वासन मिला है। सूत्रों का कहना है कि सिंधिया ने रेल मंत्रालय की इच्छा जताई है। नेतृत्व ने उनसे कहा है कि राज्यसभा के नवनिर्वाचित सांसदों की शपथ के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
हरिशंकर पाराशर रिपोर्ट