कैसे हुई बेरहमी से सीओ देवेंद्र मिश्र की हत्या, सुने वहां मौजूद घायल होमगार्ड के जुबानी

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कानपुर एनकाउंटर में नृशंस तरीके से मारे गए सीओ देवेंद्र मिश्र की जान बचाने के लिए होमगार्ड जय नारायण ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी। होमगार्ड की पीठ पर पैर रखकर डीएसपी दीवार कूदकर घर में जाकर छिप गए थे। तब उनको एक गोली लगी थी।

उनके कूदते ही बदमाशों ने होमगार्ड के दो गोलियां मारीं और फिर घर में घुसकर सीओ को मौत के घाट उतार दिया। घायल होमगार्ड का इलाज जारी है। मुठभेड़ शुरू होने के कुछ ही सेकेंड बाद डीएसपी देवेंद्र मिश्र के एक गोली लग गई। वह एक पेड़ के पास गए। जहां से एक घर की दीवार दिखाई दी। उन्होंने कूदने का प्रयास किया लेकिन नहीं कूद सके।

यह देख टीम में शामिल होमगार्ड जय नारायण वहां पहुंच गए। जय नारायण नीचे बैठ गए जिससे सीओ उसकी पीठ पर चढ़कर दीवार कूद गए। मगर फिर भी उनकी जान नहीं बच सकी। जय नारायण को भी गोलियां मार दी गईं। जब फोर्स पहुंची तो जयनारायण की सांसें चल रही थीं। उनको तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब उनकी हालत पहले से बेहतर है। उनको जांघ और पेट में गोली लगी है। होमगार्ड की इस दिलेरी को हर कोई सलाम कर रहा है।

डीएसपी ने बचने को बोरी ओढ़ ली थी
खून से लथपथ डीएसपी ने घर में रखी बोरी को ओढ़ लिया था। उनको नहीं पता था कि ये घर भी विकास का है और उसमें उसका मामा रहता है। कुछ देर बाद बदमाश घर में घुसे और बोरी हटाई। फिर कई लोगों ने डीएसपी को दीवार के सहारे दबा दिया और सिर-गले में पांच गोलियां मार दीं। आखिर में पैर भी काट दिया।

गोली लगने के बाद की थी कई राउंड फायरिंग
पुलिस ने एफआईआर में दर्ज किया है कि पुलिस ने 51 गोलियां दागीं थीं। इसमें से अधिक गोलियां पुलिसकर्मियों ने उस वक्त चलाई थीं जब वो खुद घायल पड़े थे। गोली लगने से वो बेसुध थे शायद इसीलिए उनका निशाना चूक गया। अगर निशाना बैठा होता तो बदमाश भी मारे जाते।

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