कुंभकरणी नींद से जागा वन विभाग, महिलाओं को मारने वाले गुलदार को किया नरभक्षी घोषित

0

वन विभाग ने नरभक्षी गुलदार के शूट एंड साइट के आर्डर जारी करते हुए दो शिकारी भी किए तैनात

नैनीताल। : जिले के काठगोदाम रानीबाग क्षेत्र में गुलदार का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। कुछ दिनों पूर्व रानीबाग क्षेत्र की एक महिला को निवाला बनाने के बाद शनिवार को गौला बैराज के पास जंगलों में घास काटने गई महिला को भी गुलदार ने अपना शिकार बना लिया। बीते दो-तीन सप्ताह में गुलदार दो महिलाओं को मौत की नींद सुला चुका है। जिसके बाद क्षेत्रवासियों में वन विभाग के प्रति आक्रोश पनप रहा है।

बताते चलें कि 20 दिन पूर्व नैनीताल जिले के काठगोदाम रानीबाग क्षेत्र में मंदिर जा रही 58 वर्षीय एक महिला को गुलदार ने अपना निवाला बनाया था जिसके बाद वन विभाग द्वारा 3 पिंजरे भी लगाए थे। लेकिन अपनी फितरत के अनुरूप गुलदार ने एक बार फिर शनिवार को 60 वर्षीय पुष्पा देवी को निशाना बनाया। पुष्पा देवी अपने क्षेत्र गौला बैराज की अन्य महिलाओं के साथ जंगल में एड़ी के मंदिर में दूध चढ़ा कर घास काटने जा रही थी कि इसी बीच अचानक गुलदार ने पुष्पा देवी को भी अपना निवाला बनाया।

शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार की धमक के बाद लोगों में खौफ का माहौल देखने को मिल रहा है। हल्द्वानी के आसपास के क्षेत्रों में भी कई स्थानों पर गुलदार को देखा जा चुका है। बीते दिनों रामपुर रोड में कत्था फैक्टी के पास भी गुलदार दिखाई दिया था। ऐसे में कई स्थानों पर गुलदार दिखाई देने से लोगों में भय का माहौल दिखाई दे रहा है। साथ ही उनमें कुंभकर्णी नींद में सोये वन विभाग की लापरवाही को लेकर रोष व्याप्त है।

हालांकि लोगों के आक्रोश को देखते हुए अब कहीं जाकर वन विभाग ने महिलाओं को मौत के घाट उतारने वाले गुलदार को नरभक्षी घोषित करते हुए उसे मारने के आदेश जारी कर दिये हैं, साथ ही नरभक्षी गुलदार को मारने के लिए दो तेजतर्रार शिकार भी तैनात कर दिये हैं।

लेकिन नरभक्षी गुलदार अभी तक उनकी पहुंच से दूर है। गांव में पिंजरे भी लगाये गये हैं लेकिन वह पिंजरे के पास फटक तक नहीं रहा है। फिलहाल नरभक्षी वन महकमे की पकड़ से दूर है और क्षेत्रवासी दहशत में हैं।

एजाज हुसैन राष्ट्रीय जजमेंट ब्यूरो उत्तराखंड

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More