जाने मोहब्बत का अंजाम किस हद तक जा सकता है, पढिये खौफनाक वारदातें

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उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पिछले कुछ दिनों में लव जिहाद के पांच ऐसे बड़े मामले सामने आए हैं। जिन्हें जानकर पुलिस अधिकारी समेत हर कोई सन्न रह गया। इनमें से कई मामलों में युवती और महिला को जान तक गंवानी पड़ी। इन मामलों में हर बार पुलिस की लापरवारी भी सामने आई। खौफनाक है हर वारदात, आगे जानिए लव जिहाद के पांचों मामले-
पहला मामला
मेरठ निवासी अनपढ़ शाकिब ने अमन बनकर झूठी मोहब्बत के जाल में एक बीकॉम पास युवती को फंसा लिया था। फिर उसने शादी के नाम पर युवती से 25 लाख रुपये और 15 तोला सोना हड़प लिया। इसके बाद ईद से ठीक एक दिन पहले जब युवती को पता चला कि ये अमन नहीं शाकिब है तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। झूठी मोहब्बत का राज खुला तो बेरहम शाकिब ने ईद से पहले चांद दिखने वाली रात को ही परिवार और दोस्त के साथ मिलकर युवती का कत्ल कर डाला। शाकिब ने युवती का धड़ और हाथ काटकर अलग कर दिया था।
मूल रूप से डेहरा कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश की रहने वाली युवती बीकॉम करने के बाद लुधियाना की एक कंपनी में नौकरी करने लगी थी। इसके कुछ समय बाद युवती का परिवार भी लुधियाना में ही रहने लगा। वहां युवती की मेरठ के गांव लोहया निवासी एक युवक से मुलाकात हुई। मुलाकात के बाद युवक ने शाकिब से अमन बनकर युवती को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। करीब तीन महीने तक चले प्रेम प्रसंग के बाद वह उसे ईद से पहले अपने गांव ले आया था।
इसके बाद युवती को उसकी असलियत पता चली तो वह हैरान रह गई। युवती ने विरोध करने की कोशिश की तो शाकिब ने आनन-फानन में ईद से ठीक एक दिन पहले चांद दिखने वाली रात को ही परिवार और दोस्त के साथ मिलकर युवती को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस के अनुसार बेरहम शाकिब ने युवती का धड़ और हाथ काटकर अलग कर दिए थे। धड़ को तो एक ईंट से बांधकर तालाब में फेंक दिया था, जबकि हाथ और शव को एक खेत में गड्ढा खोदकर दबा दिया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी शाकिब को गिरफ्तार कर लिया था।
दौराला पुलिस ने मुख्य आरोपी शाकिब, पिता मुस्तकीम, भाई मुसरत, भाभी रेशमा, इस्मत और दोस्त अयान को कोर्ट में पेश किया था। उसके बाद अस्थायी जेल में भेज दिया था। पुलिस ने बताया था कि शाकिब की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बलकटी, फावड़ा और युवती का मोबाइल बरामद हुआ था।
दूसरा मामला
मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी एक व्यापारी की बेटी को पाकिस्तान के नदीम ने लव जिहाद में फंसा लिया था। वहीं सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने लोकसभा में यह मामला उठाते हुए मेरठ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी खड़े किए थे। सांसद ने कहा था कि युवती को पूर्व निर्धारित योजना के तहत नदीम ने उसका पासपोर्ट बनवाकर वीजा का प्रबंध किया। आशंका जताई कि युवती को नदीम दुबई लेकर गया।
वहीं पीड़ित पिता ने पीएमओ, विदेश मंत्री, विदेश मंत्रालय और मुख्यमंत्री यूपी को ट्वीट कर बेटी को दुबई से बरामद करने की गुहार लगाई थी। ट्वीट के बाद दुबई स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने युवती के पिता को कॉल करके पूरे प्रकरण की जानकारी मांगी थी। आश्वासन दिया था कि जैसे ही भारत से रिपोर्ट मिलेगी, जांच एजेंसी आगे की प्रक्रिया के लिए त्वरित कार्रवाई करेगी। दूतावास के अधिकारियों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम मुख्यालय से भी रिपोर्ट मांगने की बात कही थी।

इसके बाद उनकी बेटी दुबई स्थित भारतीय दूतावास पहुंची तो यही से उसकी भारत की वापसी का रास्ता तय हो गया था। वहीं दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची तो पिता से लिपटकर बोली… पापा मुझे माफ करना। इसके बाद वह सुरक्षित घर आ गई थी।

तीसरा मामला
मेरठ में मुंडाली थाना क्षेत्र के अजराड़ा निवासी युवक ने हापुड़ निवासी एक युवती को पहले पहचान छिपाकर लव जिहाद में फंसाया और फिर दो साल तक उसके साथ दुष्कर्म किया था।
आरोपी युवक वसीम अहमद जहां अपना नाम व अन्य पहचान छिपाकर नौचंदी क्षेत्र के एक अस्पताल में नौकरी करता था। वहीं, आधार कार्ड और अन्य कागजात भी फर्जी तरीके से बनवा लिए थे। आरोपी ने दुष्कर्म पीड़िता के वीडियो व फोटो भी वायरल कर दिए थे। पीड़िता की तहरीर पर मुंडाली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। मुंडाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
एसपी देहात अविनाश पांडेय ने बताया था कि युवक पहले से शादीशुदा है। उसके दो बच्चे भी हैं। युवक की फेसबुक पर आईडी दिनेश रावत के नाम से थी। फर्जी तरीके से आधार कार्ड व अन्य कागजात में दिनेश रावत पुत्र विजय सिंह निवासी जाकिर कॉलोनी थाना लिसाड़ी गेट नाम बदलकर वह नौचंदी क्षेत्र के एक अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की नौकरी करता था।
चौथा मामला
मेरठ जनपद में लिसाड़ीगेट क्षेत्र निवासी फैसल ने अपना नाम व अन्य पहचान छिपाकर पहले बुलंदशहर की एक युवती को झांसे में लिया था। फिर उसके बाद दिल्ली से युवती को बहला-फुसलाकर मेरठ ले आया था। इसके बाद आरोपी युवती से दुष्कर्म करता रहा। जब युवती को उसके बारे में पता चला तो पीड़िता ने विरोध किया। आरोपी ने बंधक बनाकर युवती को यातनाएं दीं थी।
कोतवाली पुलिस ने फैसल निवासी लिसाड़ीगेट को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया था। बुलंदशहर के सिटी क्षेत्र निवासी एक युवती दिल्ली में एक कंपनी में नौकरी करती थी। युवती का परिवार भी दिल्ली में ही रह रहा है। इस बीच फैसल भी इसी कंपनी में अपना नाम व अन्य पहचान छिपाकर सोनू के नाम से नौकरी करता था। जहां आरोपी युवक ने युवती को झांसे में ले लिया था। उसके बाद युवती से शादी करने की बात कही। कुछ माह पूर्व आरोपी फैसल युवती को बहला-फुसलाकर दिल्ली से मेरठ ले आया था। इस दौरान ईद पर आरोपी के घर उसके परिवार वाले मिलने आए तो युवती को भनक लगी। जिसके बाद युवती ने विरोध किया। आरोपी ने युवती की बेरहमी से पिटाई की और उसका शोषण किया। आरोपी ने युवती को कई दिन तक बंधक बनाकर कमरे में रखा था।
पांचवां मामला
मेरठ के परतापुर में दूसरे समुदाय के शादीशुदा युवक ने एक महिला से पहले धर्म छिपाकर दोस्ती की और फिर दुष्कर्म के बाद शादी कर ली। इसका भेद खुलने पर आरोपी ने अपने साले के साथ मिलकर मां-बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव बेडरूम में ही गड्ढा खोदकर दबा दिए। 115 दिनों बाद बुधवार को पुलिस ने फर्श तुड़वाकर दोनों के कंकाल बरामद किए।

पुलिस के अनुसार बिहार निवासी शमशाद भूडबराल नई बस्ती में प्रिया और उसकी बेटी कशिश के साथ रहता था। करीब पांच साल पहले शमशाद ने खुद को अमित गुर्जर बताकर प्रिया से दोस्ती की थी। 28 मार्च 2020 को शमशाद ने अपने साले के साथ मिलकर मां-बेटी की हत्या कर दी थी। जिसके बाद प्रिया की मोदीनगर निवासी सहेली चंचल पर मां-बेटी को गायब करने का आरोप लगाया था।

वहीं पूछताछ में चंचल के शक जताने पर पुलिस ने शमशाद से सख्ती से पूछताछ की तो बुधवार तड़के शमशाद ने दोनों की हत्या करना कबूल किया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों के कंकाल बरामद किए। पुलिस ने भूडबराल स्थित शमशाद का मकान बुलडोजर से ढहा दिया। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि आरोपी शमशाद को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया है।

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