नई दिल्ली: कोरोनावायरस से अनलॉक की प्रक्रिया में दिल्ली सरकार ने रेहड़ी पटरी वालों को बड़ी राहत दी है। सरकार की ओर से एक आदेश जारी किया गया है कि अब दिल्ली में रेहड़ी पटरी की दुकानें लगाने वाले सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक अपना काम कर सकेंगे। हालांकि, कंटेनमेंट ज़ोन्स में यह आदेश लागू नहीं होगा।
वहीं रेहड़ी पटरीवालों को कोविड-19 गाइडलाइंस मुजब जैसे कि मास्क से कपड़े से चेहरा ढंकना, सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता का खयाल रखने वगैरह का पालन करना अनिवार्य होगा। अभी यह आदेश अगले एक हफ्ते के लिए जारी किया गया है। सरकार ने साप्ताहिक बाज़ारों को अभी भी अनुमति नहीं दी है। साप्ताहिक बाज़ारों पर अभी भी रोक जारी रहेगी।
दिल्ली सरकार के इस आदेश के बाद से आर्थिक संकट झेल रहे बहुत से परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी। धीरे-धीरे कामकाज को पटरी पर लाने का प्रयास किया जायेगा। कोरोना वायरस के चलते 120 दिनों से परेशान चल रहे रेहड़ी पटरी व फेरीवालों को इससे बड़ी राहत मिलेगी। 4 महीनों से कई मुसीबत का सामना करके अपना जीवन यापन करके मुश्किल समय निकल रहे थे।
रेहड़ी पटरी वालों को मुख्यमंत्री द्वारा दी गई अनुमति के बाद शाम के समय मुख्य सचिव विजय देव ने भी इस पर आदेश जारी कर दिया है।सभी जिलाधिकारियों को दिए गए आदेश में उन्होंने साफ कहा है साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं कंटेनमेंट जोन में रेहड़ी पटरी वालों को भी अनुमति नहीं होगी। मास्क लगाना व सामाजिक दूरी का पालन करना भी अनिवार्य होगा। यह आदेश में 1 सप्ताह के लिए अनुमति दी जाती है, इस दौरान के अनुभव के आधार पर आगे के लिए अनुमति दी जाएगी।
दिल्ली में चांदनी चौक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, हज़रात निजामुद्दीन, लाल किला ,जामा मस्जिद, सराई काले खां में रेहड़ी पटरी ज्यादा देखने को मिलती है। जिनमे हमने आज सारे काले खां में एक विक्रेता से बात की, श्रवण कुमार यादव का कहना हैं सरकार को ये पहले कर देना चाहिए, पर बहुत अच्छा किया, हम सभी बहुत परेशान थे, 4-5 महोनो से परेशानी जेल रहे थे , ऊपर से घर का खर्चा , किराया , खाना पीना वगेरे में हमने बहुत मुश्किल का सामना किया है, बहुत अच्छा हुआ सरकार ने ये फैसला लिया,
आकाश सूर्यवंशी के साथ भावेश पिपलिया राष्ट्रीय जजमेंट संवाददाता की रिपोर्ट –