दतौली निबासी हृदेश गुप्ता की अपने चचेरे भाईयों कालीचरण, बु़द्धपाल व करु उर्फ पूरनमल पुत्रगण द्वारिका प्रसाद गुप्ता से लम्बे समय से रंजिश चली आ रही थी पूर्व में भी हृदेश गुप्ता के परिवार के साथ प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से घटनायें कारित कराई गयीं थी । एक हफ्ते पहले करु से हृदेश के पिता से शराब पीकर झगड़ा हुआ था, जिसे लोगों द्वारा समझा बुझाकर शांत करा दिया गया था। गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि प्रकाश में आये अभियुक्त कालीचरन की पुत्री का अपने ही गाॅव के युवक के साथ दोस्ती को लेके बच्ची के पिता द्वारा गाॅव के लोगों से अनुचित टिप्पणी व अपमानजक बातें की गयी थी।
जिससे कालीचरन के परिजनों द्वारा अपनी बेज्जती महसूस की गयी, जिससे सभी हृदेश से रुष्ठ हो गये और सभी ने हृदेश गुप्ता को सबक सिखाने का निश्चय किया। बादी की भतीजी का चाचा करु जोकि एक हत्या के मामले में आजीवन कारावास का सजायाफ्ता है। (वर्तमान में माननीय न्यायालय में अपील लम्बित चल रही है) से वादी की भतीजी ने हृदेश गुप्ता द्वारा किये जा रहे प्रचार की शिकायत की तो उसने भी हृदेश को सबक सिखाने की ठान ली। कल दिनांक 27.07.2020 को समय करीब प्रातः 08.00 बजे मृतक बच्ची अपनी बुआ वंदना की गोद में खेल रही थी,
इसी दौरान वादी की भतीजी द्वारा बच्ची को कुरकुरे खिलाने के बहाने से बुआ की गोद से ले लिया और अपनी परचून की दुकान से घर ले जाकर घर में दुपट्टे से उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को घर में ही छुपा दिया। करीब 10.00 बजे बच्ची के पिता हृदेश गुप्ता द्वारा बच्ची को नहलाने के लिये तलाशा तो वह नहीं मिली। जब वादी की भतीजी और उसके पिता कालीचरन से पूछा तो उन्होंने बताया कि थोड़ी देर पहले बच्ची यहाॅ से चली गयी है। हृदेश गुप्ता व गाॅव के लोगों द्वारा सभी सम्भावित स्थानों पर बच्ची को तलाशा गया पर वह नहीं मिली,
