अक्सर अपने ट्वीट व गतिविधियों से अधिकारियों पर निशाना साधने वाले गोरखपुर से भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल का दर्द फिर छलका है। रविवार को उनका एक ट्वीट सोशल मीडिया पर खासी चर्चा में रहा। इस ट्वीट में विधायक ने अपनी व्यथा व्यक्त की है। लिखा है, नहीं कोई तकलीफ नहीं है, अपने विधायक होने पर गुस्सा आता है।
डॉ. अग्रवाल ने अभी दो दिन पहले लखीमपुर खीरी में भाजपा कार्यकर्ता के रिश्तेदार की हत्या में आरोपी शालू खान की गिरफ्तारी न होने और आरोपी को बचाने वाले कोतवाल पर कार्रवाई न होने को लेकर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया था। उन्होंने शासन के दो वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका पर सवाल भी उठाया था।
उनके ट्वीट के बाद हरकत में आए शासन ने आरोपी शालू खान की गिरफ्तारी करने के साथ संबंधित कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया था। ऐसा लगता है कि डॉ. अग्रवाल ने विधायक होने पर गुस्सा आने वाला ट्वीट इसी घटना के मद्देनजर किया है। यह किया ट्वीट नहीं, कोई तकलीफ नहीं है। अपने विधायक होने पर गुस्सा आता है। पूरी तरह ईमानदार राजनीति पर भ्रष्ट अधिकारियों का नियंत्रण बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं। दो महीने से पुलिसिया शरण में फल-फूल रहे हत्यारे को गिरफ्तार कराने के लिए इस हद तक जाना पड़े, शर्म आती है। हालांकि ट्वीट के बारे में रविवार को डॉ. अग्रवाल का कहना है कि यह एक दिन पुराना है। वह बात भी खत्म हो गई है जिसे लेकर उन्होंने यह ट्वीट किया था।
अंकित श्रीवास्तव गोरखपुर राष्ट्रीय जजमेंट संवाददाता