उत्तर प्रदेश : जौनपुर आज की ताजा अपडेट देखे राष्ट्रीय जजमेंट के साथ

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यूनियन बैंक में महीनों से चल रही सर्वर की समस्या, घण्टों लाइन लगाने के बाद भी नही हो रहा लोगों का काम
यूनियन बैंक में महीनों से चल रही सर्वर की समस्या, घण्टों लाइन लगाने के बाद भी नही हो रहा लोगों का काम मछलीशहर। सुजानगंज ब्लॉक के मुस्तफाबाद गांव में स्थित यूनियन बैंक, जहां तीन हफ़्ते से भी ज्यादा का समय बीत गया हैं और अब तक नही हो सका सर्वर की समस्या का निवारण, लोग घण्टों बैंक के बाहर लाइन लगा कर खड़े रहते हैं लेकिन सर्वर की समस्या इतनी ज्यादा है कि लोगों काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं
आज राष्ट्रीय जजमेंट के पत्रकार ने बैंक के मैनजर बी०के० शाहू से इस विषय पर बात की तो उन्होंने बताया कि हम सर्वर की समस्या को हल करने का प्रयास कर रहे। जहां जिले में कोरोना संक्रमण की संख्या अपने चरम पर हैं और बैंक के सामने इस प्रकार की भीड़ बैंक के मैनेजर की लापरवाही का एक बहुत बड़ा कारण हैं ।
जौनपुर आर.टी.ओ कार्यालय में धड़ल्ले से चल रहा गोरख धंधा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी जीरो टालरेंस भ्रष्टाचार की बातें कहते है वही जनपद जौनपुर के आरटीओ एस पी सिंह यादव, आर आई अशोक कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में भ्रष्टाचार का खेल बहुत धड़ल्ले से हो रहा है
बिना दलालों का कोई भी काम नहीं होता है सभी कामों का पैसा फिक्स है ड्राविंग लाइसेंस, नई गाडी का पंजीयन, बड़ी गाड़ियों का फिटनेस, गाड़ियों का ट्रांसफर,
दूसरे राज्यों की गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन और आश्चर्य की बात ये है की सरकारी फीस बहुत ही कम है लेकिन आरटीओ साहब बिना मलाई के अपनी कलम ही नहीं उठाते जिन फाइलों में मलाई होती है उन फाइलों का काम भी बहुत तेजी से करते है इस ऑफिस की सबसे बड़ी पहचान ये है की कोई भी अधिकारी, बाबू 11बजे से पहले आते ही नहीं आम जनता ज़ब आरटीओ एस पी सिंह के पास अपने कामों को लेकर जाती है तो साहब कोई न कोई कमी निकाल देते है जिसे आप पब्लिक मजबूर होके दलालों से अपना काम कराती है
आरटीओ एस पी सिंह यादव की पकड़ ऊपर तक है ज़ब भी कोई व्यक्ति कार्यालय में हो रही दलाली के बारे में अवगत कराता है तो उसका निस्तारण करने की जगह उसी को सलाह देने लगते है और बहुत ही निडर हो के कहते है आप मेरी शिकायत जिलाधिकारी से कह दीजिए
सुर्खियों में आरटीओ कार्यालय जौनपुर
शासनादेश को भी नहीं मानते यहाँ पे कार्य कर रहें आर आई अशोक कुमार श्रीवास्तव छुट्टी पे होने के बावजूद भी आर आई की लॉगिन पे आखिर कैसे हो रहा है काम ज़ब कोई भी अधिकारी व कर्मचारी अवकाश लेता है तो उसकी लॉगिन पे काम नहीं होना चाहिए ये शासनादेश है।
पूर्व सांसद धनंजय सिंह को मिली जमानत
जौनपुर। पूर्व सांसद धनंजय सिंह को अपहरण तथा जान से मारने की धमकी देने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। जौनपुर के लाइन बाजार थाने में नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह व संतोष विक्रम सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद धनंजय सिंह को गिरफ्तार किया गया था। अपहरण तथा हत्या की धमकी के मामले में धनंजय सिंह के साथ संतोष विक्रम सिंह को जौनपुर के एडीजे प्रथम कोर्ट से 23 जुलाई को ही जमानत मिल गई थी। इसके बाद से धनंजय सिंह का केस इलाहाबाद हाईकोर्ट में लगा था।
जौनपुर में 10 मई 2020 को लाइन बाजार थाने में नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह व संतोष विक्रम सिंह के खिलाफ अपहरण तथा हत्या की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था। प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल का आरोप लगाया था कि धनजंय सिंह ने वहां पर प्रोजेक्ट की साइट पर उनके गुर्गे को ही गिट्टी तथा बालू आपूर्ति का काम देने का दवाब डाला था। धमकी दी थी कि ऐसा न करने पर हत्या तथा अपहरण की धमकी दी थी।
फीकी पड़ी 140करोड़ की योजना
जिला योजना, कौशल विकास योजना, विकलांग जन योजना के तहत जिले में पीएचसी, आइटीआइ, ग‌र्ल्स हास्टल व अस्पताल आदि का निर्माण कार्य कराया जाना था। तीन साल पहले स्वीकृत यह योजनाएं समय सीमा के भीतर नहीं बन सकी। कार्यदायी संस्था की लापरवाही से शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है। इससे किरकिरी शीर्ष अफसरों की हो रही है। शासन से जिले में 140 करोड़ रुपये की लागत से 32 योजनाएं स्वीकृत हुई थी। इसके सापेक्ष 60 करोड़ से अधिक रुपये का बजट भी मिल चुका है।
इसमें वर्ष 2016 के अगस्त माह में रानीगंज के जरियारी में आइटीआइ बनाने के लिए छह करोड़ 85 लाख रुपये का बजट स्वीकृत हुआ। इसे फरवरी 2018 में पूरा हो जाना था। इसी तरह वर्ष 2015 में लालगंज के राहटीकर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए बजट जारी हुआ। दिसंबर 2018 में निर्माण कार्य पूरा होना था। मार्च 2017 में लालगंज में आइटीआइ का निर्माण कराने का बजट स्वीकृत हुआ। करीब सात करोड़ की लागत से यह कार्य अक्टूबर 2018 में पूरा होना था।
जनवरी 2017 में एक करोड़ 70 लाख रुपये की लागत से ग‌र्ल्स हास्टल सांगीपुर में बनाया जाना था। साल भर बाद यानि दिसंबर माह में इसे पूरा होना था। इसी क्रम में उच्च प्राथमिक विद्यालय नई कोट गौरा में साल भर के भीतर करीब 70 लाख रुपये से निर्माण कार्य होना था। मोहनगंज के बढ़नी में स्कूल, शिवसत व गौरा में अस्पताल, लक्ष्मणपुर के कटैया नेवादा व छितपालगढ़ में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ब्लाक मानधाता व लक्ष्मणपुर में आवासी भवनों आदि का निर्माण होना था। उक्त सारे कार्य तीन साल के भीतर पूरा हो जाना था। सारे भवनों का निर्माण कार्य अभी चल रहा है। निर्धारित समय के दो साल से अधिक का समय बीतने के बाद भी कार्य अधूरे हैं।
जौनपुर राष्ट्रीय जजमेंट ब्यूरो चीफ कुंवर अंकित सिंह

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