12 साल की उम्र में चंबल की डकैत बनी पूर्व दस्यु सुंदरी, सीमा यादव लड़ सकती है लोकसभा चुनाव

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वाराणसी,। चंबल नदी के बीहड़ में एक डकैत हुई जिसका नाम सीमा यादव था, जिसे लोग दस्यु सुंदरी भी कहते थे। सीमा यादव जब 12 साल की थीं तभी उन्हें मजबूरन डाकू बनना पड़ा था।

 

12 साल की थी तभी उनकी शादी उनसे 14 साल बड़े मर्द के साथ कर दी गई थी। अपने जिंदगी के कई वर्ष डकैतों के बीच गुजारने वाली दस्यु सुंदरी सीमा यादव अब समाजिक कार्य करना चाहती हैं।
सपा कार्यकर्ता और पूर्व दस्यु सुंदरी सीमा यादव मिर्जापुर से लोकसभा का चुनाव लड़ सकती हैं। तैयारियों के लिए वह शनिवार को जिले के दौरे पर आई थीं।
उन्होंने कहा कि वाराणसी में वह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिली थीं। उनसे चुनाव लड़ने की इच्छा जताई तो उन्होंने तैयारी करने को कहा है।
वो 2017 के यूपी चुनाव में निर्धन समाज पार्टी ऑफ इंडिया से प्रत्याशी बनकर उतरी थीं।
शनिवार को सीमा यादव ने मिर्जापुर के कजरहवां पोखरे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह पूर्व सांसद फूलन देवी के सपनों को पूरा करना चाहती हैं।

उन्होंने महिलाओं, गरीबों, किसानों की दयनीय स्थिति पर चिंता जताई। कहा कि मिर्जापुर का विकास नहीं हुआ है। भाजपा सरकार विकास नहीं कर रही है। केवल लोगों से झूठे वादे करके बरगला रही है।
मिर्जापुर जिले की सांसद को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बाप-बेटे का झगड़ा सुना है मगर अनुप्रिया पटेल तो मां के खिलाफ ही खड़ी हो गईं।
इसके पूर्व उन्होंने गफूर खां की गली, कच्ची सड़क, रमई पट्टी, बथुआ, बड़ी बसही के साथ मझवां के भेवरकर्मनपुर, आमघाट, अघवर, बेलवन और छानबे के गैपुर भटेवरा तिलई विजयपुर आदि गांवों का दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनीं।
सीमा यादव कानपुर देहात के सिकंदराबाद महमूदपुर की रहने वाली हैं। वह चंदन यादव गैंग की सदस्य थीं।
वर्ष 2005 में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के सामने इटावा में एसएसबी कार्यालय में आत्मसमर्पण किया था।
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वह सिंकदराबाद से 2017 में विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं।

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