क्षेत्र में सरकारी खरीद केंद्रों पर भ्रष्टाचार

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आलापुर (अम्बेडकर नगर) आलापुर तहसील क्षेत्र में सरकारी खरीद केंद्रों पर भ्रष्टाचार का घुन लगा हुआ है जिससे परेशान किसान खरीद न होने के कारण औने पौने दामों पर अपना धान बेचने को मजबूर हैं। मालूम हो तहसील क्षेत्र में कई धान खरीद केंद्र हैं लेकिन बिचौलियों और भ्रष्ट सरकारी तंत्र के गठजोड़ से धान खरीद महज औपचारिकता बन कर रह गई है। किसानों को मुनाफा मिलना तो दूर बल्कि उनकी लागत तक नहीं निकल पा रही है यहां बता दें कि सरकार का दावा था कि इस बार व्यवस्थाएं इतनी चौकस रहेंगी कि किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
गांव में धान खरीद, केंद्र प्रभारियों ने दलाल क्रय केंद्र संचालक के आदमी मुस्तैद हैं, जो धान खरीद केंद्र से नमी व गुणवत्ता कम होने का बहाना बनाकर वापस कराकर वही धान दलाल 900/1000 रुपये प्रति क्विंटल खरीदकर पुनः सरकारी सेंटर पर पहुंचा देते हैं। जहां पहुंचते ही घंटे भर में धान की नमी अप्रत्याशित रूप से कम होकर मानक पर आ जाती है। सूत्र बताते हैं केंद्र संचालकों ने तमाम अपने चहेते किसानों का पंजीकरण करा रखा है, जिनके नाम पर टोकन जारी कराकर धान की तौल कर लेते हैं
और धान खरीद में पारदर्शिता का दावा तो अधिकारी करते हैं गड़बड़ी पर कार्रवाई का भी दंभ भरते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है जिससे किसानों के खून पसीने की गाढ़ी कमाई पर दलालों की चाँदी हो रही है।लागत लगाने के बाद धान की फसल नुकसान में है ऊपर से धान खरीद में माफियागिरी ने किसानों की कमर तोड़ दी है खरीद केंद्र पर धान में नमी बताकर 17 से 20 फीसदी नमी वाले धान की खरीद सेंटर पर मानक से अधिक नमी बताकर किसानों को बिचौलियों के हाथ अपनी उपज को औने पौने दामों पर बेचने को मजबूर किया जा रहा है।
राष्ट्रीय जजमेंट जिला संवाददाता संजय कुमार अम्बेडकर नगर

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