ध्यान की कोई भी पद्धति सहस्रार जागृत किए बिना अधूरी है -परम पूज्य श्री माता जी

सहजयोग मे पाइए निशुल्क सहस्रार की जागृति एवं ध्यान के सूक्ष्म अनुभव

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ध्यान की कोई भी पद्धति सहस्रार जागृत किए बिना अधूरी है,ऐसे मे
सहज योग के स्वर्ण जयंति वर्ष के उपलक्ष्य मे होने वाले ध्यान उत्सव में
सभी को निशुल्क सहस्रार की जागृति एवं ध्यान के सूक्ष्म अनुभव कराए जा रहे हैं जिसका अनुभव लेने हेतु सहजयोग की अंतर्राष्ट्रीय वेबस्थली
www.sahajayoga.org.in  पर विजिट किया जा सकता है
ध्यान निर्विचार करता है ,विचार शून्य की स्थिति में भूत और भविष्य की चिन्ता से मुक्त हो कर व्यर्थ के तनाव से मुक्ति मिलती है।बैठै बैठे चिन्ता मे अवसाद ग्रस्त होने से कहीं बेहतर है मेडीटेशन करें और आनंद से इस मुश्किल समय को बिता दें।सहस्रार जागृति इसका एक मात्र तरीका है।सहजयोग ऑनलाइन ध्यान से इस दौर के तनाव का घर बैठे निदान संभव हुआ हैं।
यह जानकारी देते हुए अंतर्राष्ट्रीय सहज योग ट्रस्ट नई दिल्ली एवं सहजयोग प्रतिष्ठान पुणे संस्था से जुड़े हुए इन्दौर के समन्वयक श्री सुरेन्द्र भिड़े जी ने बताया कि मध्यप्रदेश ही नहीं देश भर के लगभग 3000 सहजयोग ध्यान केन्द्र ऑन लाइन मेडीटेशन का लाभ ले कर शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य के साथ आत्मिक सुख का अनुभव कर रहे हैं। यही नहीं पिछले दिनों नवरात्रि के अवसर पर विश्व भर के 90 देशों के लाखों लोगों ने एक साथ सहज योग ध्यान करके वैश्विक एकता का उदाहरण प्रस्तुत किया है ।जिसमें हर देश, हर जाति,हर धर्म के लोग भेदभाव भूलकर एक मात्र आत्मा मे बसे ईश्वर को नमन कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विश्व भर मे स्थापित सहजयोग केन्द्र इंटरनेट प्लेटफार्म का उपयोग कर श्री माताजी निर्मला देवी प्रणीत सहज योग पद्धति से ध्यान करवा रहे है। इससे लोग अपने घरों में सुरक्षित रह कर मानसिक और शारीरिक लाभ ले रहे हैं।
यह ध्यान बिल्कुल निशुल्क है और इसकी प्रक्रिया अत्यंत सरल है किंतु फिर भी इतनी प्रभावशाली कि हर व्यक्ति शीघ्र ही अपने में परिवर्तन अनुभव करने लगता है। जो भी इन प्रोग्राम से लाभान्वित होना चाहते हैं उनके लिए पूर्णतः निशुल्क टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 18002700800 की सुविधा दी जा रही है। जिसके द्वारा सायं 5 बजे विशिष्ट ऑन लाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से हमारा समाज एक कठिन दौर से गुजर रहा है। ऐसे में सहजयोग ध्यान के निशुल्क ऑनलाइन कार्यक्रम जन साधारण के लिए वरदान सिद्ध हो रहे हैं।

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