खाद एवं प्रदूषण सहित अन्य विभागों की संयुक्त छापामारी, गोयल इंडस्ट्रीज के गोदाम सील
कटनी. ऐसो आराम एवं अपने फायदे के लिए मानव जीवन से खिलवाड़ करते हुए लोगों ने क्या-क्या पैतरे अपनाए हैं एवं क्या-क्या काला पीला चल रहा है सही तरीके से जांच की जाए माधव नगर एवं इंडस्ट्री एरिया में तो लोगों की आंखों पर खुली की खुली रह जाएंगेजिला प्रशासन, खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग, नगर निगम, प्रदूषण विभाग, पुलिस द्वारा शनिवार दोपहर इंडस्ट्रियल एरिया कटायेघाट में संचालित होने वाली गोयल इंडस्ट्रीज मसाला फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई की। जिसकी संचालक गोलबाजार निवासी महिमा अग्रवाल हैं। बेटे रोहित अग्रवाल द्वारा फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है। कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में कीट युक्त धनिया जब्त की गई। यहां पर धनिया पाउडर, जीरा पैकिंग, टेस्टी नमक आदि का कारोबार चल रहा है।
मानव स्वास्थ्य के लिए घातक बड़ी मात्रा में धनिया जब्त की गई। कार्रवाई के दौरान एसडीएम बलवीर रमण, तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके दुबे, संजय गुप्ता, अशोक कुर्मी, रंगनाथ थाना प्रभारी नितिन कमल, एसआइ एमएल करण, प्रदूषण विभाग से राजेंद्र शुक्ला, नगर निगम से महेंद्र परिहार, प्रशांत परौहा सहित बड़ी संख्या में प्रशासनिक कर्मचारी, पुलिस की टीम ने छापामार कार्रवाई की।
कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। कलेक्टर शशिभूषण द्वारा द्वारा गठित संयुक्त जांच दल द्वारा जांच कार्यवाही के दौरान खड़े मसालों का भंडारण और पिसे मसालों का निर्माण एवं पैकिंग होना पाया। इनमें 25 बोरी कीटयुक्त खड़ा धना मिला, जिसे नगर निगम अमले ने विनष्ट कराया। मौके पर 180 किलोग्राम जीरा डंठल रखा मिला, जिसे नष्ट कराया गया।शहर की बड़ी गोयल इंडस्ट्री में प्रशासन का छापा, चल रह था यह कारोबार, देखें वीडियो
अधिकारियों ने लिए तीन नमूने
खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग ने खड़ा धना, टेस्टी नमक, जीरा के डंठल के सेम्पल लिए। इनको राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके दुबे ने बताया कि जो कीटयुक्त धना जब्त किया गया है इसमें ज्यादा मात्रा में कीड़े थे और डंकी (अधिक मात्रा में छेछ) धनिया था।
कीड़े इसमें गंदे कैमिकल छोड़ता है, कीड़ा के मरने के बाद सभी अवशेष मिल गए थे, जिससे वह मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक है। इस तरह का धना किसी जहर से कम नहीं है। जीरा का डस्ट पकड़ा गया है। डस्ट में जीरा की खुशबू आ रही थी। कचरा छांटकर निकालने पर उसे अलग किया जाता है, लेकिन उसे बहुत ठीक ढंग से पैक करके रखा गया था, जिसमें कर्मचारियों ने प्रशासन को बताया कि टेस्टी नमक में उसका उपयोग होता है, इसलिए उसका सेम्पल लिया गया है, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। प्रशासन को आशंका है कि इसका अपदृव्य के रूप में उपयोग हो रहा था।
जांच के दौरान नगर निगम व प्रदूषण विभाग की टीम ने जब्त की दो क्विंटल अमानक पॉलीथिन, मौके पर लगाया जुर्माना।
जांच के दौरान फैक्ट्री में काम देखने वाले रोहित अग्रवाल द्वारा कार्रवाई में नहीं किया जा रहा था सहयोग, बार-बार अधिकारियों से कर रहे थे बहस।
कीटयुक्त धना को मशीन में साफ कराकर मसाले में उपयोग की बात कह रहे थे संचालक रोहित अग्रवाल, धना में मिली फफूंद।
तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव से बार-बार संचालक करते रहे धना न जब्त करने की बात, फटकार व गोदाम सील करने की बात पर हुए शांत।
पुलिस की यूनीफार्म में होने के बाद भी थाना प्रभारी रंगनाथ नगर को संचालक कह रहे थे आप पुलिस विभाग में हैं क्या।