‘चुनाव में सब पहले करते राम- राम फिर आराम’: उद्धव ठाकरे
उद्धव ने अयोध्या में प्रेस कॉन्फ्रेस की और कहा कि चुनाव में सब राम राम करते हैं, फिर आराम करते हैं। अगर अयोध्या मसले पर कोर्ट फैसला करेगा तो फिर चुनाव में राम का नाम न लें। 2019 में सरकार बने या नहीं लेकिन मंदिर जरूर बनना चाहिए।
हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ अब और नहीं होना चाहिए। केंद्र सरकार अध्यादेश लाए, हम मदद करेंगे।’ इसके साथ ही उद्धव ने कहा कि अयोध्या आने का मेरा कोई एजेंडा नहीं है, मैं देश की भावना व्यक्त करने आया हूं। ये दुख की बात है कि दिन, महीने साल गुजर गए लेकिन मंदिर नहीं बन रहा।
योगी जी कहते हैं कि राम मंदिर था, है और रहेगा। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि अगर है तो दिख क्यों नहीं रहा। शनिवार को भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे रविवार सुबह करीब नौ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपनी पत्नी रश्मि और
Agar mamla adalat ke paas hi jana hai to chunav ke prachar ke darmyan usey istemaal na karein aur bata do ki bhaiyo aur behenon hamein maaf karo ye bhi hamara ek chunaavi jumla tha. Hinduon aur unki bhavnaon ke saath khilvaad na karein yahi kehne main yahan aaya hoon: U Thackeray pic.twitter.com/XDTNolvsk7
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2018
बेटे आदित्य ठाकरे के साथ पीछे के द्वार से पहुंच कर रामलला के दर्शन किए और राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास को मंदिर निर्माण के लिए चांदी की ईंट भेंट की।
आपको बता दें कि पहली बार पूरा ठाकरे परिवार राज्य सीमा से बाहर आया है। इससे पहले बाला साहब ठाकुर भी सिर्फ दो बार उत्तर प्रदेश आए थे। जिसमें एक बार कोर्ट की वजह से तो दूसरी बार ‘सहारा’ प्रमुख सुब्रत रॉय के निमंत्रण पर।
Maine suna tha ki CM Yogi ji ne kaha ki mandir tha, hai aur rahega. Ye to hamari dhaarna hai, hamari bhavna hai. Dukh iss baat ka hai ki wo dikh nahi raha, wo mandir dikhega kab. Jald se jald uska nirmaan hona chahiye: Uddhav Thackeray, Shiv Sena chief pic.twitter.com/3mjgtSOwHN
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2018
खुफिया ब्यूरो (आईबी) से मिली जानकारी के बाद अयोध्या शहर की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। पुलिस महानिदेशक कार्यालय से एक एडीजी, एक डीआईजी, तीन एसएसपी, 10 एएसपी, 21 डीएसपी,
Ayodhya has been divided into zones. Security scheme has been implemented. Red zone and yellow zone are two main security zones. State govt, state police and administration are committed to uphold the directions by the Supreme Court and High Court: ADG (law and order) Anand Kumar pic.twitter.com/rAfKIfERpe
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2018