IAS अपराजिता सारंगी नौकरी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुईं, लड़ सकती हैं चुनाव
पूर्व आईएएस अपराजिता को भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त होने में अभी 11 साल बाकी थे। आखिर किस बात ने उन्हें नौकरशाही छोड़कर राजनेता बनने के लिए प्रेरित किया? इस सवाल के जवाब में अपराजिता ने मीडिया को बताया कि वह जनसेवा करना चाहती हैं।
पूर्व आईएएस अधिकारी अपराजिता सारंगी ने 27 नवंबर को भाजपा में शामिल होकर अपनी नई राजनीतिक यात्रा की शुरूआत कर दी है। अपराजिता सारंगी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुईं।
बिहार की रहने वाली अपराजिता सारंगी 1994 बैच की ओडिशा काडर की आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने पांच साल तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 15 नवंबर को ही उनके आवेदन को मंजूरी दे दी थी। इसके बाद राज्य सरकार ने भी इसकी सहमति दे दी थी।
वैसे बता दें कि ये माना जा रहा है कि भाजपा, अपराजिता सारंगी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे सकती है। साल 2019 के लोकसभा और ओडिशा विधानसभा के चुनावों से पहले ये भाजपा का महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अपराजिता, साल 2006 से लेकर साल 2009़ तक भुवनेश्वर नगर निगम की कमिश्नर रही हैं।
वह अपने कामों के कारण जनता के बीच में भी खासी लोकप्रिय हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी भुवनेश्वर लोकसभा सीट से उन्हें चुनाव लड़वा सकती है। संभावना ये भी है कि पार्टी उन्हें भुवनेश्वर की तीन विधानसभा सीट में से किसी एक से उन्हें उम्मीदवार घोषित कर दे।
अपराजिता बिहार की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने बैचमेट संतोष सारंगी से शादी की है। संतोष सारंगी, वर्तमान में केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय में बतौर संयुक्त सचिव तैनात हैं। अपराजिता ने ओडिशा सरकार में अपने कामकाज के दौरान कई विभागों जैसे स्कूल और लोक शिक्षा, उच्च शिक्षा, कपड़ा और हस्तशिल्प और पंचायती राज जैसे विभागों में सचिव के पद पर रहकर महत्वपूर्ण काम किया है।
Delhi: Former IAS (Indian Administrative Service) officer Aparajita Sarangi joins BJP. pic.twitter.com/w10NLJXKoi
— ANI (@ANI) November 27, 2018