पठानकोट में सेना की वर्दी में पकड़े गए चार संदिग्ध

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पठानकोट। मामले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिस संदिग्धों को गाड़ी से उता कर थाने ले जा रही है।
पुलिस ने पठानकोट-जालंधर राष्ट्रीय मार्ग पर गांव नंगलपुर के पास चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है। चारों हिमाचल नंबर की एक स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार थे। उन्होंने सेना की वर्दी पहनी हुई थी।
नाके के दौरान संदेह हुआ तो पुलिस ने उन्हें रोका। चेकिंग के बाद चारों को हिरासत में ले लिया गया। उनसे पूछताछ की जा रही है।
बता दें, खुफिया एजेंसियों के इनपुट के बाद पंजाब में पुलिस हाई अलर्ट पर है। कुछ दिन पूर्व सैन्य प्रमुख बिपिन रावत ने भी पंजाब में आतंकी गतिविधियां बढ़ने की आशंका जताई थी। इसके बाद सुरक्षा और कड़ी कर दी गई थी।
पुलिस व सुरक्षा बल लगातार सुरक्षा अभियान चला रहे हैं। कार के चार संदिग्धों को हिरासत में लिया जाना पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पूछताछ में उनसे बड़ा खुलासा होने की संभावना है।
देश का माहौल बिगाड़ने के लिए कश्मीरी आतंकियों ने पंजाब के तस्करों से हाथ मिला लिया है। कश्मीरी आतंकियों ने पाकिस्तान से हेरोइन की तस्करी भी शुरू कर दी है।
पाकिस्तान से हेरोइन लाने के बाद आतंकी पंजाब के नशा तस्करों को बेच देते हैं और उन पैसों से हथियार खरीदते हैं, ताकि पंजाब व अन्य राज्यों में माहौल खराब हो सके।
इसका खुलासा तब हुआ जब नवंबर के पहले सप्ताह में डीआरआइ और सेना ने मिलकर जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर अखनूर के नजदीक छापेमारी कर आतंकियों को गिरफ्तार किया था।
छापेमारी के दौरान उनके कब्जे से भारी संख्या में हथियार और 105 करोड़ की हेरोइन बरामद हुई थी, जिसके बाद सेना के अधिकारियों ने भी माना था कि कश्मीरी आतंकियों ने नशा तस्करों के साथ-हाथ मिला लिया है।
जालंधर में थाना मकसूदां में धमाके के मुख्य आरोपी जाकिर मूसा को भी पुलिस नशा तस्करी से जोड़कर जांच करने में जुटी हुई है। सूत्रों के मुताबिक मूसा ने भी पहले नशा तस्करों से हाथ मिलाया और तस्करी कर पैसे इकट्ठे किए।
मूसा ने हथियार खरीदने के बाद जालंधर स्थित थाना मकसूदां में धमाका करवा दिया। पुलिस अधिकारियों का यह भी मानना है कि आतंकियों का नशा तस्करों के साथ हाथ मिलाने के बाद ही उनके पास हथियार खरीदने के लिए काफी पैसे आ गए हैं।
आतंकियों तक पहुंचने के लिए खुफिया एजेंसियां नशा तस्करों की भी लिस्ट बनाने में जुटी हुई हैं। लिस्ट में पंजाब के सबसे ज्यादा तस्कर मौजूद हैं। लिस्ट में जेल में बंद बड़े तस्करों को भी शामिल किया गया है, क्योंकि
कई बार जेल में बंद तस्कर भी बाहर बैठे लोगों से तस्करी करवा रहे हैं। इसके साथ ही नशा तस्करों की प्रॉपर्टी के बारे में भी खुफिया विभाग पता लगाने में जुटा हुआ है,
ताकि पता चल सके कि नशा तस्कर कितने बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं। बॉर्डर इलाके के नशा तस्करों पर खुफिया विभाग ने ज्यादा नजरें रखी हुई हैं।
बॉर्डर के नजदीक वाले नशा छुड़ाओ केंद्रों पर लगातार नशेडिय़ों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिससे साबित होता है कि बॉर्डर इलाके में नशा तस्करी बढ़ी है।
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इनमें तरनतारन, अमृतसर, मोगा, गुरदासपुर, बरनाला और जालंधर शामिल है। इन इलाकों में 160 के करीब नशा छुड़ाओ केंद्र हैं, जिसमें 55 हजार 370 के करीब मरीज मौजूद हैं।

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