मनमोहन सिंह ने 3 बार सर्जिकल स्ट्राइक करवाई लेकिन PM मोदी की तरह प्रचार नहीं किया : राहुल गांधी

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नई दिल्ली। उदयपुर में राहुुुल ने कहा कि सिर्फ मोदी ही नहीं बल्कि मनमोहन सिंह ने भी प्रधानमंत्री रहते हुए तीन बार विदेशी जमीं पर सर्जिकल स्ट्राइक के आदेश दिए थे।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने इस कार्रवाई का श्रेय लेने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक हथियार में बदल दिया, जबकि
यह शुद्ध रूप से सेना का फैसला था। राहुल गांधी ने यहां प्रोफेशनल्स के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘क्या आपको पता है कि पीएम मोदी की तरह, मनमोहन सिंह ने भी तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक करवाई?. सेना पीएम मनमोहन सिंह के पास आई और
कहा कि वे पाकिस्तान ने जो कुछ किया है, उसके मुंहतोड़ जवाब देना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि किन्हीं खास वजहों से इस बात को सीक्रेट भी रखना चाहते हैं।’

राहुल ने आगे कहा, “असल में पीएम मोदी सेना के अधिकार क्षेत्र में चले गए और उनकी सर्जिकल स्ट्राइक को आकार दिया।

उन्होंने, इस सर्जिकल स्ट्राइक को एक राजनीतिक हथियार बना दिया जबकि असल में यह सेना का फैसला था।’

राहुल ने कहा कि असल में सेना की पसंद ये होती कि इस बारे में किसी को पता न चले। जबकि पीएम मोदी ने ये नहीं किया।

उस वक्त उत्तर प्रदेश में चुनाव चल रहे थे तो पीएम मोदी ने हार के डर से सेना की कार्रवाई को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया, ताकि चुनाव जीत सकें।
राहुल ने कहा कि हम लोग सेना के मन की बात सुनते हैं जबकि पीएम को लगता है कि सेना के मुकाबले उन्हें ज्यादा पता है कि क्या किया जाए और क्या नहीं। राहुल ने कहा,
‘उन्हें विश्वास हो गया है कि दुनिया का पूरा का पूरा ज्ञान उनके ही दिमाग से निकलता है और बाकी लोगों को कुछ नहीं मालूम।’
राहुल ने कहा कि जब ऐसी सोच हो कि दुनिया का सारा ज्ञान मेरे ही पास है तो  आप आधी रात में नोटबंदी जैसे फैसले लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की घोषणा से पहले पूरी कैबिनेट को कमरे में बंद कर दिया था।
कैबिनेट को कुछ नहीं मालूम नहीं था। न ही वित्त मंत्री अरुण जेटली और न ही मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम को पता था।
राहुल ने कहा कि हिंदू धर्म का सार क्या है, ये जानने के लिए गीता का अध्ययन करना चाहिए। गीता कहती है कि हर तरफ ज्ञान है, हर जीव के पास ज्ञान है और हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि मैं हिंदू हूं जबकि वे हिंदू धर्म की नींव को नहीं समझते। वे किस प्रकार के हिंदू हैं?
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राहुल गांधी के बयान को लेकर उन पर पलटवार किया है। सुषमा ने कहा ‘राहुल गांधी ने कहा कि पीएम को हिंदू होने का मतलब नहीं पता है।
राहुल ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वे और कांग्रेस उनके धर्म और जाति को लेकर दुविधा में है। सालों से, कांग्रेस पार्टी राहुल को धर्म निरपेक्ष नेता के तौर पर पेश करती रही है, लेकिन चुनाव के नजदीक आते ही उनकी इमेज बदलने की कोशिश की गई।’
सुषमा यही नहीं रुकी, उन्होंने यह भी कहा, ‘बीते दिनों बयान आया था कि राहुल जनेऊधारी ब्राह्मण हैं, लेकिन मुझे मुझे नहीं मालूम था कि जनेऊधारी ब्राह्मण के ज्ञान में इतनी वृद्धि हो गई कि
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हिंदू होने का मतलब हमें उनसे समझना पड़ेगा। भगवान ना करे कि ऐसा दिन भी आए कि हमें उनसे हिंदू होने का मतलब भी जानना पड़ेगा।’

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